संसद में गूंजा रेलवे ग्रुप D भर्ती परीक्षा का मामला, सिर्फ एक परीक्षा की उठी मांग
क्या है खबर?
रेलवे भर्ती बोर्ड द्वारा गैर-तकनीकी पदों (RRB-NTPC) के लिए आयोजित की गई परीक्षा के परिणाम में कथित अनियमितता का मुद्दा मंगलवार को संसद में उठा।
यह मुद्दा राज्यसभा के तीन सांसदों फौजिया खान, सुशील कुमार मोदी और संजय सिंह ने उठाया।
सांसदों ने RRB की तरफ से दो परीक्षाएं आयोजित कराए जाने के फैसले पर सवाल उठाए और इसके साथ ही ग्रुप D के लिए सिर्फ एक परीक्षा आयोजित किए जाने की मांग रखी।
बिहार
रेलवे भर्ती परीक्षा ने असफल शिक्षा व्यवस्था को उजागर किया- NCP सांसद
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) की सांसद फौजिया खान ने शून्यकाल में रेलवे भर्ती को लेकर बिहार में उत्तेजित छात्रों का मुद्दा उठाया और कहा कि हाल ही में इसने बेरोजगारी की गंभीर समस्या और असफल शिक्षा व्यवस्था को उजागर किया है, खासकर बिहार ओर उत्तर प्रदेश में।
उन्होंने कहा, "छात्रों और आंदोलनकारियों ने प्रदर्शन किया और प्रधानमंत्री के पुतले तक जलाए गए। बेरोजगारी के मुद्दे पर जल्द से जल्द ध्यान दिए जाने की जरूरत है।"
परीक्षा
यह कोई IAS की परीक्षा नहीं जिसे दो चरणों में आयोजित किया जाए- भाजपा सांसद
इसी मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सुशील कुमार मोदी ने सुझाव दिया कि ग्रुप D में भर्ती दो चरणों के बजाय एक ही चरण में होनी चाहिए और NTPC की परीक्षा के 3.5 लाख अतिरिक्त परिणाम भी घोषित किए जाने चाहिए।
उन्होंने कहा, ''मेरा आग्रह है ग्रुप D की एक ही परीक्षा होनी चाहिए। दो परीक्षाओं की कोई आवश्यकता नहीं है। यह भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) या भारतीय पुलिस सेवा (IPS) की परीक्षा नहीं है।''
मांग
AAP नेता संजय सिंह ने छात्रों पर दर्ज मामलों को वापस लेने की उठाई मांग
आम आदमी पार्टी (AAP) के संजय सिंह ने कहा कि भर्ती में अनियमितमाओं की निश्चित तौर पर जांच कराई जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि सफल उम्मीदवारों सूची में कई छात्रों के रोल नंबर एक से अधिक पदों के लिए हैं।
छात्रों पर हुई पुलिस कार्रवाई का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, ''छात्रों के साथ दुश्मनों की तरह व्यवहार नहीं किया जाना चाहिए और उन पर दर्ज की गईं FIR वापस ली जानी चाहिए।''
ज्ञापन
सरकार के पास NTPC और ग्रुप D परीक्षा से संबंधित एक लाख ज्ञापन पहुंचे
इस बीच रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि उन्हें NTPC भर्ती की प्रक्रिया को लेकर विवाद के संबंध में अब तक एक लाख से अधिक ज्ञापन प्राप्त हो चुके हैं और सरकार इन शिकायतों के निवारण के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा, "इस मामले में एक समिति का गठन किया जा चुका है जिसमें बहुत वरिष्ठ अधिकारी हैं। तीन सप्ताह के अंदर इसका निष्पक्षता से समाधान कर लिया जाएगा।"
न्यूजबाइट्स प्लस
क्या है पूरा मामला?
RRB NTPC परीक्षा परिणाम विवाद का मुख्य कारण पास किए गए उम्मीदवारों की संख्या को लेकर है।
भर्ती में कई उम्मीदवारों ने सभी पदों के लिए आवेदन किया था और सामान्य परीक्षा में वह कई पदों के लिए योग्य पाए गए हैं। ऐसे में RRB ने उन्हें अलग-अलग पदों के लिए अलग-अलग अभ्यर्थी मानते हुए पास घोषित कर दिया।
12वीं पास छात्रों का कहना है कि बोर्ड को अभ्यर्थियों की संख्या के आधार पर 20 गुना परीक्षार्थी पास करने चाहिए।