रेलवे भर्ती परीक्षा पर क्या है विवाद जिसको लेकर हिंसक प्रदर्शन कर रहे छात्र?
रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) की नॉन टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरी (NTPC) परीक्षा परिणाम में कथित धांधली को लेकर इन दिनों बिहार और उत्तर प्रदेश में बवाल मचा हुआ है। हजारों छात्र सड़कों पर उतरे हुए हैं और हिंसक प्रदर्शन कर रहे हैं। बुधवार को छात्रों ने बिहार के गया रेलवे स्टेशन पर एक ट्रेन की बोगी को आग लगा दी। ऐसे में आइए जानते हैं आखिर क्या है RRB NTPC परीक्षा परिणाम विवाद और क्यों विरोध कर रहे हैं छात्र।
क्या है RRB और उसका कार्य?
दरअसल, RRB रेलवे के सभी 21 बोर्डों में रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया को आयोजित करने वाला संयुक्त बोर्ड है। रेल मंत्रालय ने भर्ती प्रक्रिया को पूरा करने के लिए इसका गठन किया है। पहले सभी रेलवे बोर्ड अपने स्तर पर भर्ती परीक्षा आयोजित करते थे, लेकिन अब यह काम RRB को सौंपा गया है। इसके गठन के बाद अब रेलवे में नियमित अंतराल की जगह लंबे समय, लेकिन बड़ी संख्या में पदों पर भर्ती की जाती है।
RRB ने पिछली बार कब निकाली थी भर्ती?
बता दें कि इससे पहले RRB ने साल 2016 में विभिन्न रेलवे बोर्डों में खाली पदों को भरने के लिए कुल 18,000 पदों पर भर्ती निकाली थी। हालांकि, उस दौरान सभी पदों के लिए आवश्यक न्यूनमत योग्यता स्नातक उत्तीर्ण रखी गई थी।
वर्तमान में 35,281 पदों पर भर्ती कर रहा है RRB
मौजूदा विवाद RRB की NTPC भर्ती प्रक्रिया को लेकर है। दअरसल, RRB ने 2019 में NTPC के तहत 35,281 पदों पर भर्ती निकाली थी। इसमें जूनियर क्लर्क, ट्रेन असिस्टेंट, गार्ड, टाइम कीपर आदि से लेकर स्टेशन मास्टर तक के पद शामिल थे। इन पदों को लेवल 2, 3, 4, 5, 6 में बांटा था। इनमें 19,900 रुपये शुरुआती वेतन वाले 11,000 पदों के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता 12वीं पास और 35,400 रुपये वेतन वाले 24,281 पदों के लिए स्नातक थी।
RRB ने किया था कुल पदों के 20 गुना अभ्यर्थियों को पास करने का वादा
भर्ती के लिए जारी अधिसूचना में RRB की ओर से कहा गया था कि सभी पदों आए सभी आवेदनों में से छंटनी के लिए एक सामान्य परीक्षा (कंप्यूटर-आधारित टेस्ट-1) आयोजित की जाएगी। इसमें उम्मीदवारों के लिए प्रश्न समान होंगे। इसमें कुल पदों के 20 गुना परीक्षार्थियों को पास किया जाएगा। इसके बाद इस भर्ती प्रक्रिया के लिए देशभर से कुल 1.25 करोड़ परीक्षार्थियों ने आवेदन किया था। इनमें कई छात्रों ने एक से अधिक पदों के लिए आवेदन किया था।
दिसंबर 2020 से जुलाई 2021 के बीच कई चरणों में हुई परीक्षा
RRB ने पहले यह परीक्षा मार्च 2020 में आयोजित करने की योजना बनाई थी, लेकिन कोरोना महामारी के कारण यह संभव नहीं हो सका। इसके बाद दिसंबर 2020 से जुलाई 2021 के बीच कई चरण में परीक्षा आयोजित की गई थी। इसके बाद गत 14 जनवरी को इसका परिणाम जारी हुआ। इसमें RRB ने कुल पदों के हिसाब से 20 गुना यानी 7.05 लाख अभ्यर्थियों को पास कर दिया, लेकिन उम्मीदवारों के हिसाब से यह संख्या 3.84 लाख ही है।
परिणाम को लेकर क्या है विवाद?
RRB के परिणाम में सबसे बड़ा विवाद पास किए गए उम्मीदवारों की संख्या पर है। दरअसल, भर्ती में कई उम्मीदवारों ने सभी पदों के लिए आवेदन किया था और सामान्य परीक्षा में वह कई पदों के लिए योग्य पाए गए हैं। ऐसे में RRB ने उन्हें अलग-अलग पदों के लिए अलग-अलग अभ्यर्थी मानते हुए पास घोषित कर दिया। अब 12वीं पास छात्रों का कहना है कि बोर्ड को अभ्यर्थियों की संख्या के आधार पर 20 गुना परीक्षार्थी पास करने चाहिए।
विद्यार्थियों ने क्या दी है दलील?
12वीं पास विद्यार्थियों की दलील है कि स्नातक वाले उम्मीदवारों ने अपनी श्रेणी के अलावा 12वीं पास योग्यता वाले पदों के लिए भी आवेदन किया है। इसके अलावा RRB ने उन्हें स्नातक वाले पदों के साथ उनकी श्रेणी के पदों के लिए भी योग्य घोषित किया है। इससे अब उनको नौकरी मिलने की संभावना बहुत कम हो गई है। ऐसे में छात्रों की मांग है कि आवेदन की जगह उम्मीदवारों की संख्या के 20 गुना अभ्यर्थी पास किए जाने चाहिए।
मामले में क्या कहता है RRB?
इस पूरे मामले में RRB का कहना है कि नियमानुसार वह स्नातक पास अभ्यर्थी को 12वीं पास के पदों पर आवेदन करने से नहीं रोक सकता है। इसी के चलते उसने आवेदन के हिसाब से पात्र 20 गुना उम्मीदवारों को पास घोषित किया है। RRB का कहना है फरवरी में होने वाले कंप्यूटर आधारित टेस्ट-2 में प्रश्नों की कठिनाई का स्तर पदों के लिए आवश्यक शैक्षणिक योग्यता के अनुसार होगा। इसको लेकर अब 12वीं पास छात्र हिंसक हो रहे हैं।
एक परीक्षार्थी को एक ही पद पर मिलेगी नौकरी- RRB
RRB ने छात्रों को स्पष्ट किया है कि भले ही किसी अभ्यर्थी ने एक से अधिक पदों पर आवेदन किया है और वह उसके लिए आयोजित परीक्षा में पास भी हो गया, लेकिन एक पद पर नौकरी लेने के बाद उसे दूसरे पद के लिए मौका नहीं दिया जाएगा। हालांकि, यदि दस्तावेज सत्यापन में कोई उच्च पद अभ्यर्थी उसे छोड़कर कम वेतन वाले पद की मांग करता है तो वह उसकी पसंद होगी, लेकिन ऐसा होना बहुत मुश्किल है।
एक पद पर नौकरी के दावे को लेकर यह है छात्रों की दलील
एक अभ्यर्थी को एक पद पर नौकरी दिए जाने के RRB के दावे पर 12वीं पास छात्रों का कहना है कि यदि कोई छात्र एक पद नौकरी लेता है तो अन्य पद खाली रह जाएंगे और RRB उन्हें पीछे बचे अभ्यर्थियों से नहीं भरेगा।
भर्ती में धांधली का आरोप लगाकर हिंसक प्रदर्शन कर रहे हैं छात्र
हजारों छात्र भर्ती में धांधली का आरोप लगाकर सड़कों पर उतर आए हैं। मंगलवार को छात्रों ने पटना, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, आरा, बक्सर में जमकर विरोध प्रदर्शन किया था। बुधवार को गया स्टेशन पर श्रमजीवी एक्सप्रेस पर पथराव किया और भभुआ-पटना इंटरसिटी ट्रेन के कोच में आग लगा दी। इधर, RRB ने रेलवे की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले अभ्यर्थियों पर रेलवे की भर्ती में शामिल होने पर आजीवन प्रतिबंध लगाने की चेतावनी दी है।
RRB ने स्थगित की दूसरे चरण की परीक्षा
छात्रों के विरोध को देखते हुए रेलवे ने मंगलवार शाम को RRB NTPC लेवल-2 और ग्रुप-D CBT एक की भर्ती प्रक्रिया को स्थगित कर दिया है। इसके अलावा बोर्ड ने छात्रों के एक प्रतिनिधि मंडल को एक समिति का भी गठन किया है। यह समिति परिणामों पर पुनर्विचार करेगी। उसके बाद भर्ती प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा। समिति में विभिन्न रेलवे बोर्ड के पांच वरिष्ठ अधिकारियों को शामिल किया गया है।