छात्रों के विरोध के बाद रेल मंत्रालय ने NTPC और लेवल-1 परीक्षा को किया स्थगित
रेलवे भर्ती बोर्ड द्वारा गैर-तकनीकी पदों (RRB-NTPC) के लिए आयोजित की गई परीक्षा के परिणाम से आक्रोशित छात्रों के विरोध-प्रदर्शन के बाद रेल मंत्रालय ने NTPC और लेवल-1 परीक्षा पर स्थगित कर दिया है। मंत्रालय के प्रवक्ता ने यह जानकारी भी दी कि भारतीय रेलवे ने विरोध करने वाले उम्मीदवारों की शिकायतों की जांच के लिए एक समिति का गठन किया है।
रेल मंत्रालय की एक समिति करेगी सुनवाई
रेल मंत्रालय की तरफ से बनाई गई समिति परीक्षा में पास और फेल छात्रों की बातों को सुनेगी और फिर इसकी रिपोर्ट रेल मंत्रालय को सौपेंगी। इसके आधार पर रेल मंत्रालय आगे का निर्णय लेगा।
परीक्षा परीणामों को लेकर रेलवे ने दी सफाई
समााचार एजेंसी ANI से बात करते हुए पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने कहा, "2, 3 ,4, 5, 6 स्तर के लिए RRB-NTPC परीक्षा आयोजित की गई थी और प्रत्येक उम्मीदवार को उसकी पसंद के अनुसार चयन का मौका मिलेगा।" उन्होंने कहा, "लोगों को लगा कि कुछ नतीजे अभी सामने नहीं आए हैं, ऐसे में वह गुमराह न हों और फरवरी 15-19 से दूसरे चरण की परीक्षा की तैयारी करें।"
विरोध-प्रदर्शन कर रहे छात्रों को रेल मंत्रालय ने दी थी चेतावनी
उम्मीदवारों के विरोध-प्रदर्शन को देखते हुए रेल मंत्रालय ने कड़ा रुख दिखाते हुए मंगलवार को बयान जारी कर उम्मीदवारों को रेलवे की नौकरी पाने से जीवनभर के लिए प्रतिबंधित करने की चेतावनी दी थी। रेल मंत्रालय ने नोटिस में आगे कहा था कि जो उम्मीदवार गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त पाए जाएंगे, उन्हें रेलवे में नौकरी के लिए अनुपयुक्त माना जाएगा। इस परीक्षा के नतीजों को लेकर बिहार में कई स्थानों पर छात्रों ने रेलवे पटरियों पर धरना दिया था।
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि 2019 में RRB-NTPC भर्ती के लिए अधिसूचना जारी की गई थी। इस भर्ती में विभिन्न ग्रेड की 13 भर्तियां शामिल हैं, जिन्हें सात स्लॉट में विभाजित किया गया है। भर्ती में कंप्यूटर आधारित टेस्ट (CBT-1) और CBT-2 परीक्षा के माध्यम से दो चरणों में क्रमश: 20 और आठ गुना अभ्यर्थियों का चयन करना था। अधिसूचना में यह भी बताया गया था कि इसे जरूरत के अनुसार घटाया और बढ़ाया भी जा सकता है।
परीक्षार्थियों का क्या कहना है?
इस भर्ती के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि RRB-NTPC की अधिसूचना के अनुसार CBT-1 सिर्फ स्क्रीनिंग परीक्षा है और इसके अंक मुख्य परीक्षा में नहीं जोड़े जाएंगे। प्रदर्शनकारियों के मुताबिक, जोन वाइज कुल पदों के 20 गुना अभ्यर्थियों को क्वालीफाई घोषित किया जाना था, लेकिन RRB ने विभिन्न स्लॉट में पदों की संख्या को आधार मानकर अलग-अलग हर स्लॉट के लिए 20 गुना अभ्यर्थियों को क्वालीफाई घोषित किया।