मध्य प्रदेश: 10वीं के लिए बनेगी मेरिट लिस्ट, जून में होंगी 12वीं की बची हुईं परीक्षाएं
मध्य प्रदेश में पहले से हो चुकीं 10वीं बोर्ड परीक्षाओं के आधार पर मेरिट लिस्ट तैयार की जाएगी। साथ ही जिन विषयों की परीक्षाएं स्थगित हो गई थीं, उनके लिए मार्कशीट में पास लिखकर आएगा। इसके पहले राज्य सरकार कोरोना वायरस महामारी के कारण 10वीं की स्थगित हुईं बोर्ड परीक्षाओं को न कराने की घोषणा कर चुकी है। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट के जरिए इसके बारे में जानकारी दी थी।
जून में होंगी 12वीं बोर्ड परीक्षाएं
मध्य प्रदेश बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (MPBSE) की 12वीं की बचीं हुईं बोर्ड परीक्षाएं अब 8-16 जून के बीच होंगी। पूरे शेड्यूल के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं दी गई है। बता दें कि 12वीं की केवल मुख्य विषय बायोलॉजी, हायर गणित, केमिस्ट्री, इकॉनॉमिक्स, जियोग्राफी, पॉलिटिकल साइंस बुककीपिंग और अकाउंटेंसी, बिजनेस इकोनॉमिक्स, कॉर्पोरेट प्रोडक्शन और हॉर्टिकल्चर और मिल्क ट्रेड आदि की परीक्षाएं होंगी। मौजूदा परिस्थितियों के कारण बोर्ड ने यह फैसला लिया है।
फिर से शुरू होगा मूल्यांकन
इसके साथ ही बोर्ड कॉपियों के मूल्यांकन का काम फिर से शुरू करने की भी घोषणा कर चुका है। परीक्षाओं के आयोजन और मूल्यांकन का काम पूरा होने के बाद जल्द ही रिजल्ट की घोषणा की जाएगी। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सरकार द्वारा जारी आदेश के अनुसार प्राइवेट स्कूल अभिभावकों से ट्यूशन फीस के अलावा कोई अन्य कोई फीस नहीं ले सकते हैं, क्योंकि लॉकडाउन के कारण मध्य मार्च से सभी स्कूल बंद हैं।
शिवराज सिंह चौहान द्वारा किया गया ट्वीट
व्हाट्सऐप ग्रुपों के जरिए पढ़ रहे छात्र
मध्य प्रदेश बोर्ड से संबद्ध सभी स्कूल लॉकडाउन के दौरान छात्रों को स्टडी मैटेरियल भेजने के लिए व्हाट्सऐप का उपयोग कर रहे हैं। इंदौर डिविजन में 10वीं के 65 प्रतिशत से अधिक छात्र लगभग पिछले एक महीने से सोशल मीडिया ऐप के माध्यम से स्टडी मैटेरियल प्राप्त कर रहे हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार इंदौर डिविजन में 10वीं के कुल 727 सरकारी और 12वीं के कुल 645 स्कूल 1,267 व्हाट्सऐप ग्रुपों के जरिए छात्रों को पढ़ा रहे हैं।
अभी चल रही गर्मियों की छुट्टियों
मध्य प्रदेश में सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों के लिए एक मई से 7 जून तक गर्मियों की छुट्टियां की घोषणा पहले ही कर दी गई थी। वहीं लॉकडाउन में छात्रों की पढ़ाई का नुकसान न हो, इसलिए उन्हें ऑनलाइन पढ़ाया जा रहा है।