CISCE: अब 80 नंबर की होगी ISC की थ्योरटिकल परीक्षा, पैटर्न में हुआ बदलाव
काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (CISCE) ने हाल ही में एक नोटिस जारी कर परीक्षा पैटर्न में बदलाव की जानकारी दी है। नोटिस के अनुसार, आगामी शैक्षणिक वर्ष 2021 से ISC (12वीं) के छात्रों को अंग्रेजी और गणित की 100 नंबर की थ्योरटिकल परीक्षा नहीं देनी होगी। अब 100 नंबर की जगह 80 नंबर की थ्योरटिकल परीक्षा होगी और बचे हुए 20 नंबर का प्रोजेक्ट वर्क होगा। आइये, इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
प्रोजेक्ट वर्क के लिए अपने अनुसार चुन सकते हैं विषय
प्रोजेक्ट वर्क के लिए छात्रों को विषयों की एक लिस्ट दी जाएगी, जिसमें से वे अपनी रुचि के अनुसार विषय का चयन कर सकते हैं। अंग्रेजी में प्रोजेक्ट वर्क के लिए 20 नंबर को तीन भागों सुनने, बोलने और लिखने में बांटा जाएगा। प्रत्येक भाग पांच-पांच नंबर का होगा, जिसमें स्कूल द्वारा मूल्यांकन किया जाएगा और बचे हुए पांच नंबर राइटिंग स्किल के लिए बाहरी मूल्यांकन के आधार पर दिए जाएंगे।
गणित में देने होंगे दो प्रोजेक्ट
गणित के प्रोजेक्ट वर्क के लिए छात्रों को थ्योरी में शामिल किसी भी टॉपिक से दो प्रोजेक्ट लेने होंगे। टॉपिक चुनने के लिए छात्रों को तीन लिस्ट दी जाएगी। इस बदलाव से उन्हें काफी कुछ नया सीखने को मिलेगा।
स्थगित परीक्षओं के लिए अभी तक नहीं जारी हुआ शेड्यूल
कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए काउंसिल ने ICSE और ISC की बोर्ड परीक्षाओं को स्थगित कर दिया था। उसके बाद बोर्ड परीक्षाओं के शेड्यूल को लेकर CISCE के मुख्य कार्यकारी और सचिव गेरी अराथून ने जानकारी दी थी कि बची हुईं परीक्षाओं का आयोजन छह से आठ दिनों (शनिवार और रविवार को मिलाकर) के भीतर किया जाएगा, लेकिन अब तक परीक्षा का शेड्यूल जारी नहीं किया गया है। ICSE के छह और ISC के आठ पेपर होने बाकी हैं।
CBSE ने भी किया परीक्षा पैटर्न में बदलाव
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) अगले शैक्षणिक सत्र से 9वीं से लेकर 12वीं तक की परीक्षाओं की कॉपियों के मूल्यांकन और परीक्षा पैटर्न बदलने की योजना बना रहा है। मार्च में बोर्ड द्वारा जारी सर्कुलर के अनुसार 9वीं से लेकर 12वीं तक के थ्योरी पेपर में 20 प्रतिशत ऑब्जेक्टिव टाइप प्रश्न होंगे। इसमें मल्टीपल च्वाइस क्वेश्चन (MCQ) भी शामिल होंगे और लगभग 20 प्रतिशत केस बेस्ड या सोर्स बेस्ड इंटीग्रेटेड प्रश्न होंगे।