कश्मीर: 52,000 से अधिक लोग नशे के आदी, ज्यादातर इस्तेमाल कर रहे हेरोइन- सर्वे
क्या है खबर?
कश्मीर की करीब 3 प्रतिशत आबादी नशे का सेवन करती है। इनमें से 52,000 से अधिक लोगों को नशे की लत लगी हुई है।
नशे के आदी लोगों में से 95 प्रतिशत हेरोइन इस्तेमाल करते हैं और यह नशा शुरू करने की औसत उम्र लगभग 22 साल है।
इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरो साइसेंस (IMHNS) और श्रीनगर स्थित सरकारी मेडिकल कॉलेज के स्वास्थ्य निदेशालय और सामाजिक कल्याण विभाग के साथ मिलकर किए सर्वे में यह जानकारी सामने आई है।
सर्वे
सर्वे में और क्या बातें आईं सामने?
न्यूज18 के अनुसार, अधिकारियों ने बताया कि कश्मीर की 2.8 प्रतिशत आबादी नशे का सेवन करती है। इसका मतलब है कि ये लोग पहले या अभी नशे का सेवन कर रहे हैं, लेकिन आदी लोगों की श्रेणी में नहीं आते।
इसके अलावा जो लोग नशा करते हैं, उनमें से ज्यादा बेरोजगार हैं। कश्मीर के 10 जिलों में बेरोजगारों की संख्या कुल आबादी की करीब एक चौथाई है। कश्मीर के हर जिले में सबसे ज्यादा अफीम का इस्तेमाल होता है।
जानकारी
हेरोइन खरीद पर खर्च होते हैं औसतन 88,000 रुपये हर महीने
सर्वे में बताया गया है कि नशे का आदी एक व्यक्ति प्रति महीने हेरोइन खरीदने के लिए 88,000 रुपये खर्च करता है। हेरोइन का सेवन करने वाले आदी लोगों की औसत उम्र 28 साल है।
मांग
सरकार से कदम उठाने की मांग कर रहे एक्टिविस्ट
सरकारी सर्वे के नतीजों पर प्रतिक्रिया देते हुए छोटे तारे नामक NGO के संस्थापक और एक्टिविस्ट अर्जुमंद मख्दूमी ने कहा कि ये आंकड़े डराने वाले हैं।
उन्होंने कहा कि 2.8 प्रतिशत आबादी बहुत होती है। साथ ही अगर 52,000 लोग हेरोइन पर निर्भर हैं तो स्थिति बेहद चिंताजनक है।
प्राथमिकता से इस स्थिति से निपटने की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि कई लोग परिवार बर्बाद हो रहे हैं। अगर अभी कार्रवाई नहीं की गई तो बहुत देरी हो जाएगी।
जम्मू-कश्मीर
नशे के मामलों में हुई तेज वृद्धि
इससे पहले सामने आई रिपोर्ट्स में पता चला था कि जम्मू-कश्मीर में नशे के मामलों में 2,000 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। 2016 में श्रीनगर के सरकारी मेडिकल कॉलेज के ओरल सब्सिट्यूशन थैरेपी सेंटर में नशे के आदी 489 मरीज भर्ती कराए गए थे, जबकि 2021 में यह आंकड़ा बढ़कर 10,000 से पार हो गया था।
इसी तरह का इजाफा सुरक्षा एजेंसियों ने पाकिस्तान समर्थित नार्को-टेररिज्म से जुड़ी गतिविधियों में देखा है।
हेरोइन जब्ती
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
बीते तीन-चार सालों में देश में जब्त की गई हेरोइन की मात्रा में तेज उछाल देखा गया है।
जहां 2018 में DRI ने आठ किलोग्राम हेरोइन जब्त की थी, वहीं 2021 में यह मात्रा बढ़कर 3,000 किलोग्राम हो गई। हालिया महीनों में पंजाब और गुजरात समेत कई राज्यों में करोड़ों की हेरोइन पकड़ी गई है।
अधिकारियों का कहना है कि नशे की तस्करी के लिए भारत एक ट्रांजिट प्वाइंट के तौर पर उभर रहा है।