CBSE: सितंबर में होगी 10वीं और 12वीं की वैकल्पिक और कंपार्टमेंट परीक्षाएं
क्या है खबर?
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 10वीं और 12वीं के छात्रों के लिए वैकल्पिक और कंपार्टमेंट परीक्षाओं का आयोजन सितंबर में कराने का निर्णय लिया है।
बता दें कि इस साल कोरोना वायरस महामारी के कारण 10वीं और 12वीं की कुछ विषयों की परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया था और स्पेशल स्कीम के आधार पर रिजल्ट जारी किया गया था।
अब अपने रिजल्ट से नाखुश छात्र वैकल्पिक और कंपार्टमेंट परीक्षाओं में शामिल हो सकते हैं।
तारीख
जल्द होगी तारीखों की घोषणा
बता दें कि अभी वैकल्पिक और कंपार्टमेंट परीक्षाओं के लिए तारीखों की घोषणा नहीं की गई है, लेकिन जल्द ही इसके लिए पूरी स्कीम जारी कर दी जाएगी।
CBSE बोर्ड के परीक्षा नियंत्रक सनम भारद्वाज के कहा कि 12वीं के जो छात्र प्रदर्शन में सुधार करना चाहते हैं, उनके लिए के लिए सितंबर में वैकल्पिक परीक्षा आयोजित करने का प्रस्ताव रखा गया है। साथ ही 10वीं और 12वीं दोनों छात्रों के लिए कंपार्टमेंट परीक्षा भी सितंबर में आयोजित की जाएगी।
वैकल्पिक परीक्षा
वैकल्पिक परीक्षा में प्राप्क नंबर को माना जाएगा अंतिम
इसके साथ ही भारद्वाज ने बताया कि जिन छात्रों ने वैकल्पिक परीक्षा को देने का फैसला लिया है, उनके लिए इन में प्राप्त किए गए नंबरों को ही अंतिम माना जाएगा।
इन परीक्षाओं के लिए रेगुलर छात्रों को अपने संबंधित स्कूल से संपर्क करना के लिए कहा गया है।
वहीं प्राइवेट छात्रों को सीधा बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर 22 अगस्त तक इसके लिए आवेदन करने के लिए कहा गया है।
असेसमेंट स्कीम
असेसमेंट स्कीम के आधार पर श्रेणियों में बांटा गया छात्रों को
असेसमेंट स्कीम के अनुसार छात्रों को चार श्रेणियों में बांटा गया था। पहली श्रेणी में उन छात्रों को रखा गया था, जिन्होंने सभी विषयों की परीक्षा दी थी।
दूसरी श्रेणी में वे छात्र थे, जिन्होंने तीन विषयों से अधिक की परीक्षा दी थी।
तीसरी श्रेणी में वे छात्र थे, जिन्होंने तीन विषयों की परीक्षा दी थी और चौथी श्रेणी में वे छात्र थे, जो दिल्ली में फरवरी में दंगों के कारण परीक्षा में शामिल नहीं हुए थे।
रिजल्ट
कैसे आया था रिजल्ट?
पहली श्रेणी के छात्रों का रिजल्ट सभी विषयों के नंबरों के आधार पर आया था।
दूसरी श्रेणी के छात्रों का रिजल्ट उन तीनों विषयों के नंबर के आधार पर आया था, जिसमें उनके सबसे ज्यादा नंबर थे।
तीसरी श्रेणी का रिजल्ट उन दो विषयों में प्राप्त नंबर के आधार पर आया था, जिसमें उनके सबसे ज्यादा नंबर थे।
चौथी श्रेणी के छात्रों का रिजल्ट प्रैक्टिकल, इंटरनल और उनके द्वारा दिए गए पेपर्स में प्राप्त नंबर के आधार पर आया था।
पास प्रतिशत
कैसा रहा रिजल्ट?
CBSE ने 10वीं बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट 15 जुलाई को जारी कर दिया गया था।
इस साल 10वीं बोर्ड परीक्षा के लिए 18 लाख से अधिक छात्रों ने रजिस्ट्रेशन किया था। इनमें से 7,88,195 लड़कियां और 11,01,664 लड़के शामिल हैं। वहीं 19 ट्रांसजेंडर हैं। जिसमें कुल 91.46 प्रतिशत छात्रों ने परीक्षा पास की थी।
वहीं 12वीं बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट 13 जुलाई को ही जारी कर दिया था। इस साल कुल 88.78 प्रतिशत छात्रों ने परीक्षा पास की है।