CBSE: अगले सत्र से परीक्षा पैटर्न में होगा बदलाव, आएंगे इस प्रकार के प्रश्न
क्या है खबर?
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) से पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए ये लेख पढ़ना बहुत जरुरी है।
अगले शैक्षणिक सत्र से CBSE 9वीं से लेकर 12वीं तक की परीक्षाओं की कॉपियों के मूल्यांकन का पैटर्न बदल देगा।
जी हां, बोर्ड ने सर्कुलर जारी करके इस बारे में जानकारी दी है। इसके साथ ही बोर्ड परीक्षा पैटर्न में भी बदलाव करने की योजना बना रहा है।
आइए जानें क्या होगा नया परीक्षा पैटर्न।
परीक्षा पैटर्न
अब परीक्षा में पूछे जाएंगे ऐसे सवाल
मार्च, 2020 में बोर्ड द्वारा जारी सर्कुलर के अनुसार 9वीं से लेकर 12वीं तक के थ्योरी पेपर में 20 प्रतिशत प्रश्न ऑब्जेक्टिव टाइप होंगे। जिसमें मल्टीपल च्वाइस क्वेश्चन (MCQ) भी शामिल होंगे।
साथ ही लगभग 20 प्रतिशत केस बेस्ड या सोर्स बेस्ड इंटीग्रेटेड सवाल होंगे। बाकी बचे हुए प्रश्न शॉर्ट आंसर टाइप और लॉन्ग आंसर टाइप फॉर्मेट में होंगे।
2019-20 में 9वीं-10वीं के लिए केस बेस्ड और सोर्स बेस्ड इंटीग्रेटेड सवाल परीक्षा में आए थे, लेकिन संख्या तय नहीं थी।
डेवलप लर्निंग आउटकम
NCERT का डेवलप लर्निंग आउटकम अपना रहा है बोर्ड
इसके साथ ही सर्कुलर के अनुसार बोर्ड 2020-21 की परीक्षा और मूल्यांकन के लिए कुछ बदलाव कर रहा है।
बोर्ड NCERT द्वारा डेवलप लर्निंग आउटकम अपना रहा है। इसेक साथ ही ये 2020 के कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम का हिस्सा भी है।
बता दें कि इस साल की कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम की थीम कॉम्पिटेंसी बेस्ड एजुकेशन है।
छात्र अपनी क्षमताओं के अनुसार इस प्रोग्राम में शामिल हो सकते हैं और अपनी लर्निंग्स शेयर कर सकते हैं।
वैकल्पिक विषय
10वीं के छात्र पढ़ पाएंगे दो वैकल्पिक विषय
10वीं के छात्र अब पांच मुख्य विषयों के साथ-साथ दो वैकल्पिक विषय भी पाएंगे।
मुख्य विषयों में से किसी एक विषय में फेल होने पर छात्रों को दो वैकल्पिक विषय के नंबरों से बदलाव करने का मौका मिलेगा।
बता दें कि दो वैकल्पिक विषय के रूप में स्किल और भाषा शामिल हैं। छात्र एक स्किल विषय और एक भाषा विषय का चयन कर सकते हैं।
पहले मुख्य विषय में फेल होने पर कंपार्टमेंटल परीक्षा देनी होती थी।
प्रमोट
इन छात्रों को किया जाएगा प्रमोट
कोरोना वायरस के कारण इस साल 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं को स्थगित कर दिया गया है।
परीक्षाओं की नई तिथियां के लिए शेड्यूल स्थिति सही होने पर जारी की जाएंगी। वहीं बोर्ड ने 1 से 8वीं तक के छात्रों को बिना किसी परीक्षा के ही अगले क्लास में भेजने का फैसला किया है।
इसके साथ ही बोर्ड छात्रों को ऑनलाइन पढ़ने के कई विकल्प दे रहा है।