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CBSE कर सकता है 10वीं के परीक्षा पैटर्न में बदलाव, जानें क्या होगा नया परीक्षा पैटर्न

CBSE कर सकता है 10वीं के परीक्षा पैटर्न में बदलाव, जानें क्या होगा नया परीक्षा पैटर्न

May 18, 2019
12:04 pm

क्या है खबर?

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) 10वीं 2020 के लिए वस्तुनिष्ठ प्रश्नों (Objective Questions) की संख्या को कम करने की योजना बना रहा है। रिपोर्टों के अनुसार यह उन प्रश्नों की संख्या अधिक करेगा, जिनमें क्रिएटिव राइटिंग तकनीक को प्रोत्साहित करने और बिना सोचे-समझे सीखने को प्रोत्साहित करने के लिए अधिक विस्तृत उत्तरों की आवश्यकता होगी। इससे पहले CBSE ने गणित और अंग्रेजी के परीक्षा पैटर्न में भी बदलाव करने की घोषणा की थी। आइए जानें पूरी खबर।

प्रश्नों की संख्या

प्रश्नों की संख्या हो सकती है कम

एक अधिकारी के अनुसार बदलाव परीक्षा से पहले नियमित समीक्षा अभ्यास का हिस्सा होगा। एक बार बदलावों को अंतिम रूप देने के बाद सैंपल पेपर भी जारी किए जाएंगे, जिससे कि छात्रों को परीक्षा पैटर्न के बारे में पता चले और परीक्षा से पहले वे उसके अनुसार अभ्यास कर सकें। इसके अलावा बोर्ड प्रश्नों की संख्या कम करने और प्रति प्रश्न के नंबर को बढ़ाने के लिए विचार कर रहा है।

बयान

अधिकारी ने कहा ये

छात्रों को और अधिक विस्तृत उत्तर लिखने के लिए प्रेरित करने के लिए भी कुछ कदम उठाए जा रहे हैं। अधिकारी ने बताया कि यह पूरे प्रश्न पत्र का ओवरहाल नहीं होगा, लेकिन कुछ मामूली से बदलाव होंगे और छात्रों के लिए चिंता की कोई बात नहीं है। इसके साथ ही बोर्ड मौजूदा वस्तुनिष्ठ प्रश्न प्रारूप में विविधता लाने के लिए तकनीकों पर भी विचार कर रहा है, जो प्रत्येक को एक नंबर का होता है।

गणित

गणित पेपर में होंगे ये बदलाव

इस बीच बोर्ड ने हाल ही में घोषणा की है कि 2020 से 10वीं क्लास के लिए अंग्रेजी और गणित के पेपर के पैटर्न में कई बदलाव किए जाएंगे। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि नए बदलाव के अनुसार परीक्षा 100 नंबर की एकल परीक्षा के बजाय दो-स्तरों में होगी। इसके साख ही 2020 से CBSE द्वारा आयोजित होने वाली बाहरी/सामान्य परीक्षा कुल 80 नंबर के लिए होगी।

कठिनाई स्तर

गणित पेपर के लिए चुन सकते हैं कठिनाई स्तर

80 नंबर का पेपर होने के बाद बचे हुए 20 नंबर स्कूल द्वारा दिए जाएंगे और छात्र अगर इस परीक्षा को पास नहीं करते हैं, तो उन्हें बाहरी परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी जाएगी। विशेष रूप से छात्रों को अपने गणित के पेपर के कठिनाई स्तर को चुनने के लिए विकल्प भी मिलेगा। इसके अनुसार अगर छात्र आसान संस्करण चुनते हैं, तो उन्हें उच्च अध्ययन में गणित लेने की अनुमति नहीं होगी।