UP Board: सोमवार को जारी हो सकती है रिजल्ट आने की तिथि, जानें कब आएगा रिजल्ट
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानी UP बोर्ड 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं समाप्त हो चुकीं हैं और अब छात्रों को अपने रिजल्ट का इंताजर है। हाल ही में बोर्ड की तरफ से रिजल्ट को लेकर एक नया बयान जारी किया गया है। UP बोर्ड के अतिरिक्त सचिव शिव लाल के अनुसार रिजल्ट तैयार होने का काम पूरा होने वाला है या यूं कहें कि लगभग पूरा हो चुका है। आइए जानें कब आएंगे नतीजे।
अगले सप्ताह आ सकता है रिजल्ट
UP बोर्ड रिजल्ट 2019 जारी होने की तिथि की घोषणा सोमवार यानी 22 अप्रैल, 2019 को की जा सकती है। इसके साथ ही अगले सप्ताह रिजल्ट भी जारी हो सकता है। वहीं कुछ मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो रिजल्ट 22 अप्रैल, 2019 को जारी हो सकता है। इसके अलावा बोर्ड के सभी रीजनल सचिव भी गुरुवार (18 अप्रैल, 2019) की रात दिल्ली के लिए निकल गए थे। हर वर्ष दिल्ली बेस्ड एजेंसी ही रिजल्ट और मेरिट लिस्ट तैयार करती हैं।
इतने लाख छात्रों को है रिजल्ट का इंतजार
UP बोर्ड 10वीं में इस साल परीक्षा के लिए लगभग 32 लाख छात्रों ने रजिस्ट्रेशन करवाया था। वहीं 12वीं में लगभग 26 लाख छात्रों ने अपना रजिस्ट्रेशन करवाया था। इसका मतलब लगभग 58 लाख छात्र अपने रिजल्ट का ब्रेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
क्या बताया सीनियर बोर्ड अधिकारी ने
एक सीनियर बोर्ड अधिकारी ने अपना नाम न बताने की शर्ते पर कहा कि रिजल्ट अगले सप्ताह तक घोषित कर दिया जाएगा। साथ ही उन्होंने ये भी बताया है कि रिजल्ट की हार्ड कॉपी की प्रिंटिंग का काम भी जारी हो गया है और ये 21 अप्रैल, 2019 (रविवार) तक पूरा हो जाएगा। अंकपत्र सह प्रमाणपत्र (मार्कशीट) पर लिखित व प्रैक्टिकल परीक्षा के नंबर चढ़ाने का काम भी पूरा हो गया है। अब बस क्रास चेकिंग चल रही है।
पिछले साल पास हुए थे इतने छात्र
क्रास चेकिंग में यदि किसी बच्चे के नंबर नहीं हैं, तो संबंधित क्षेत्रीय कार्यालय से उसकी जांच करवाई जा रही है। अभी तक बोर्ड ने आधिकारिक वेबसाइट upmsp.edu.in पर रिजल्ट घोषित होने की तिथि को लेकर कोई भी सूचना नहीं दी है। अगर हम पिछले साल के रिजल्ट की बात करें, तो पिछले साल रिजल्ट 29 अप्रैल, 2018 को जारी कर दिया गया था। साल 2018 में 10वीं में 75.16 प्रतिशत और 12वीं में 72.43 प्रतिशत छात्र-छात्राएं पास हुए थे।
इस साल पांच गुना बढ़ी स्क्रूटनी की फीस
अब छात्रों को स्क्रूटनी के लिए 500 रुपये प्रति विषय फीस देनी होगी। इससे पहले छात्रों को सिर्फ 100 रुपये फीस देनी होती थी। अगर आपको रिजल्ट आने के बाद अपने नंबरों को लेकर कोई आशंका हो, तो आप स्क्रूटनी का फॉर्म भर सकते हैं। स्क्रूटनी में देखा जाता है कि छात्र की कॉपी में सभी प्रश्नों पर नंबर दिए गए है या नहीं। यदि मूल्यांकन किया गया है तो नंबरों को सही तरीके से जोड़ा गए हैं या नहीं।