बिहार बोर्ड परीक्षा 2019: परीक्षार्थी अब जूते और मोजे पहनकर नहीं दे सकेंगे परीक्षा
बिहार बोर्ड से लेकर अन्य कई स्टेट की बोर्ड परीक्षाएं फरवरी, 2019 में शुरू हो जाएंगी। जिसके लिए छात्रों ने अपनी तैयारी भी कर ली है। इस बार बिहार बोर्ड ने परीक्षाओं में नकल को रोकने के लिए कुछ खास नियम बनाए गए हैं। अभी हाल ही में एक नया नियम सामने आया है। जिसके अन्तर्गत एग्जाम रूम में परीक्षार्थी जूते और मोजे पहनकर नहीं जा सकते हैं। आइए जानें कौन से नए नियम लागू हुए हैं।
ठंड में बिना जूते और मोजे के परीक्षार्थी देंगे परीक्षा
परीक्षार्थियों को अब इतनी ठंड में बिना जूते-मोजे के ही परीक्षा देनी होगी। बताया जा रहा है कि परीक्षार्थियों को इस बार सैंडल/चप्पल पहनकर ही परीक्षा में शामिल होना होगा। आपको बता दें कि पिछले साल भी 10वीं की परीक्षा में परीक्षार्थियों को जूते और मोजे पहनकर परीक्षा कक्ष में प्रवेश नहीं दिया गया था। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो बोर्ड पिछले साल की तरह इस बार भी नकल को रोकने के लिए कड़े नियम बना रहा है।
सेट अनुसार मिलेंगे पेपर
बोर्ड ने हर विषय के लगभग 10 पेपर सेट बनाएं हैं। सेट के आधार पर परीक्षार्थियों को पेपर मिलेगा। बिहार बोर्ड की 12वीं की परीक्षाएं 6 फरवरी, 2019 से शुरू होंगी और 10वीं की बोर्ड परीक्षाएं 21 फरवरी, 2019 से शुरू होंगी।
बनेगी स्पेशल टीम
बिहार बोर्ड ने साल 2019 की बोर्ड परीक्षाओं में नकल को रोकने के लिए परीक्षकों की स्पेशल टीमें बनाई हैं। कोई भी छात्र नकल न कर सके, ये सुनिश्चित करने के लिए हर 25 परीक्षार्थियों पर एक परीक्षक होगा। परीक्षा में परीक्षार्थियों की दो स्तर पर चेकिंग की जाएगी। पहली बार चेकिंग सेंटर स्टाफ करेगा और इसके बाद दूसरी बार बिहार बोर्ड से नियुक्त किए गए परीक्षक भी परीक्षार्थी की चेकिंग करेंगे।