उपेंद्र कुशवाहा का केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा, राहुल से की मुलाकात
राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने केंद्रीय मंत्रिमंडल और लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। वे मानव संसाधन मंत्रालय में राज्यमंत्री थे। उन्होंने अपना इस्तीफा प्रधानमंत्री मोदी को भेजा है। कुशवाहा ने इस्तीफा देने के बाद कहा कि प्रधानमंत्री ने बिहार को स्पेशल पैकेज देने का वादा किया था, लेकिन वह वादा पूरा नहीं हुआ। कुशवाहा ने कहा कि बिहार को NDA सरकार से जो उम्मीदें थी, वो पूरी नहीं हो पाई है।
नीतीश कुमार पर साधा निशाना
कुशवाहा ने इस्तीफा देने के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, "नीतीश कुमार के राज में बिहार में घोर अन्याय हुआ है। राज्य सरकार हर मोर्चे पर असफल साबित हुई है।" कुशवाहा ने नीतीश और भाजपा पर उनकी पार्टी को बर्बाद करने की कोशिश का आरोप लगाते हुए कहा कि नीतीश का एजेंडा मुझे बर्बाद करने का था। बता दें कि कुशवाहा काफी समय से भाजपा और नीतीश से नाराज चल रहे थे।
NDA से नाराजगी की वजह
आगामी लोकसभा चुनावों के लिए बिहार में सीट बंटवारे की घोषणा के बाद से ही कुशवाहा NDA से नाराज बताए जा रहे थे। पिछले महीने भाजपा और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी JDU ने घोषणा की थी कि दोनों पार्टियां एक समान सीटों पर चुनाव लड़ेंगी। इस सीट बंटवारे में भाजपा ने कुशवाहा की पार्टी को दो सीटें दी हैं, जबकि कुशवाहा तीन लोकसभा सीटें चाहते हैं। सीट बंटवारे से नाखुश कुशवाहा से NDA का साथ छोड़ा है।
नीतीश कुमार के बयान से नाराजगी
इसके अलावा कुशवाहा ने खुद को नीतीश द्वारा कथित तौर पर 'नीच' कहे जाने के मामले को भी मुद्दा बनाया था। दरअसल, नीतीश ने एक बयान में कहा था, "कुशवाहा, सवाल-जवाब का स्तर नीचे ले जा रहे हैं।" कुशवाहा ने आरोप लगाया कि नीतीश ने उनके खिलाफ 'नीच' शब्द का उपयोग कर उनका अपमान किया है। उन्होंने अपने भाषणों में कई बार जिक्र किया कि नीतीश ने उनका ही नहीं बल्कि पूरे कुशवाहा समाज का अपमान किया है।
कौन हैं उपेंद्र कुशवाहा?
उपेंद्र कुशवाहा का जन्म 2 फरवरी, 1960 को बिहार के वैशाली में हुआ था। सामाजिक कार्यकर्ता से राजनेता बने कुशवाहा शिक्षक, शिक्षाविद् और किसान भी हैं। कुशवाहा राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) के संस्थापक और बिहार के काराकट से सांसद थे। 2014 के आम चुनाव से पहले उनकी पार्टी NDA में शामिल हो गई थी। पिछले लोकसभा चुनाव में RLSP ने सीतामढ़ी, काराकट और जहानाबाद से चुनाव लड़ा था और तीनों सीटों पर जीत हासिल की थी।