उत्तर प्रदेश में अब 23 जनवरी तक बंद रहेंगे स्कूल, पॉलिटेक्निक परीक्षाएं हुईं स्थगित
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य सरकार ने सभी स्कूल-कॉलेज और अन्य शैक्षणिक संस्थानों को 23 जनवरी, 2022 तक बंद रखने का आदेश दिया है। राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को वरिष्ठ अफसरों के साथ हुई बैठक में यह निर्देश दिया। गौरतलब है कि राज्य सरकार ने इससे पहले सभी शिक्षण संस्थान 16 जनवरी, 2022 तक बंद रखने के आदेश दिए थे।
परीक्षाओं में शामिल होने के लिए कैंपस बुलाए जा सकते हैं छात्र
आदेश के अनुसार, पहले से निर्धारित परीक्षाओं में शामिल होने के लिए छात्रों को कैंपस बुलाया जा सकता है। राज्य सरकार की तरफ से स्कूल-कॉलेजों को ऑनलाइन पढ़ाई जारी रखने की अनुमति भी दी गई है ताकि परीक्षाओं से पहले पढ़ाई का नुकसान न हो। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र ने सभी मंडलायुक्त और जिलाधिकारियों को कोरोना वायरस के प्रोटोकॉल्स का सख्ती से पालन कराने समेत अन्य जरूरी दिशानिर्देश भी दिए हैं।
पॉलिटेक्निक की सेमेस्टर परीक्षाएं स्थगित
उत्तर प्रदेश में 20 जनवरी, 2022 से प्रस्तावित पॉलिटेक्निक की सेमेस्टर परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं। कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के चलते यह फैसला लिया गया है। प्राविधिक शिक्षा परिषद के सचिव सुनील सोनकर ने बताया कि यह परीक्षाएं अब 16 मार्च, 2022 को होंगी। इन परीक्षाओं में राजधानी लखनऊ समेत प्रदेश भर के पॉलिटेक्निक कॉलेजों में पढ़ने वाले दो लाख छात्रों को शामिल होना है।
लखनऊ विश्वविद्यालय की सेमेस्टर परीक्षाएं स्थगित
कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए लखनऊ विश्वविद्यालय ने 15 से 31 जनवरी तक आयोजित होने वाली सभी सेमेस्टर परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं। कोविड के लगभग 50 मामले सामने आने के बाद विश्वविद्यालय ने पहले सेमेस्टर के स्नातक और स्नातकोत्तर के छात्रों को छात्रावास खाली करने और अपनी सुरक्षा के लिए घर लौटने को कहा है। विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से परीक्षाओं की नई तारीखों की घोषणा जल्द ही www.lkouniv.ac.in पर की जाएगी।
प्रदेश में 47.25 लाख बच्चों ने लगवाई वैक्सीन
उत्तर प्रदेश में चल रहे वैक्सीनेशन अभियान की बात करें तो यहां 23 करोड़ लोगों को वैक्सीन की दो खुराकें लगाई जा चुकी है। इसमें 14.33 करोड़ ऐसे लोग हैं, जिन्हें कम से कम पहली खुराक लगी है। राज्य के अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद कोरोना के मुताबिक, 15 से 18 वर्ष के बच्चों को अब तक 47.25 लाख खुराकें लगाई जा चुकी हैं जो उनकी अनुमानित संख्या का 33.72 प्रतिशत हैं।