
प्रियंका गांधी ने अयोध्या में राम मंदिर के लिए दलितों की जमीन हड़पने का आरोप लगाया
क्या है खबर?
अयोध्या में राम मंदिर के लिए जमीन खरीद में घोटाले के मामले ने फिर से तूल पकड़ लिया है। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा मामले की जांच के आदेश देने के बाद कांग्रेस हमलावर हो गई है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने घोटाले का आरोप लगाते हुए कहा कि पहले राम मंदिर के चंदे में घोटाला हुआ और अब दलितों की जमीन हड़पी जा रही है।
उन्होंने मामले की जांच जिला स्तरीय अधिकारी से कराने पर भी सवाल उठाए हैं।
आरोप
दो करोड़ रुपये कीमत की जमीन को 26.50 करोड़ रुपये में बेचा- प्रियंका
प्रियंका ने जमीन बिक्री के दस्तावेज दिखाते हुए कहा, "भगवान राम के नाम पर भी ठगी कर रहे हैं। अयोध्यापति मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के नाम पर सारी मान-मर्यादा को ताक पर रखकर राम मंदिर के चंदे की लूट का खेल खेला जा रहा है।"
उन्होंने कहा, "मंदिर क्षेत्र के पास दो करोड़ कीमत की जमीन को राम मंदिर ट्रस्ट को दो बार में 26.50 करोड़ रुपये में बेच दिया गया। चंदे की चोरी का इससे बड़ा सुबूत क्या होगा।"
खरीद
मंदिर के लिए इस तरह से हुई जमीन की खरीद
प्रियंका ने कहा, "5 नवंबर, 2017 को अयोध्या में हवेली अवध की 2.334 हेक्टेयर जमीन को महजूज आलम आदि ने भगोड़े अपराधी हरीश कुमार पाठक उर्फ बाबा हरीदास और उसकी पत्नी कुसुम पाठक को 2 करोड़ में बेच दिया था। यह जमीन वक्फ की संपत्ति थी।"
उन्होंने कहा, "18 मार्च, 2021 को शाम 06:51 बजे इसमें से 1.037 हेक्टेयर जमीन को सचिव चंपत राय के जरिए 8 करोड़ रुपये में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को बेच दिया गया।"
अन्य
"हरीश पाठक ने 1.208 हेक्टेयर जमीन दो करोड़ रुपये में बेची"
प्रियंका ने कहा, "हरीश पाठक ने 18 मार्च, 2021 को शाम 07:10 बजे 1.208 हेक्टेयर जमीन को रविमोहन तिवारी और सुल्तान अंसारी को दो करोड़ में बेच दिया था। उसके पांच मिनट बाद यानी 07:15 बजे रवि मोहन ने इस जमीन को 18.50 करोड़ रुपये में सचिव चंपत राय के जरिए श्री रामजन्म भूमि क्षेत्र ट्रस्ट को बेच दी।"
उन्होंने कहा, "इससे साफ है कि दो करोड़ की जमीन को पांच मिनट में 26.50 करोड़ रुपये में बेच दिया गया।"
गवाह
रामजन्म भूमि ट्रस्ट के ट्रस्टी है जमीन की खरीद और बेचान के गवाह- प्रियंका
प्रियंका ने कहा कि जमीन के खरीद और बेचान के दस्तावेजों पर अनिल मिश्रा और ऋषिकेश उपाध्याय ने गवाह के रूप में हस्ताक्षर किए हैं। अनिल मिश्रा श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी भी हैं और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के पूर्व प्रांत कार्यवाहक तथा आजीवन सदस्य भी हैं।
बता दें कि कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि भाजपा के कई नेताओं और कुछ अधिकारियों ने राम मंदिर के आसपास की जमीनों को औने-पौने दामों पर खरीदा था।
सवाल
प्रियंका ने जांच पर भी उठाए हैं सवाल
प्रियंका ने उत्तर प्रदेश सरकार के जांच कराने के फैसले पर भी सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि इसकी जांच जिला स्तर के अधिकारी कर रहे हैं। राम मंदिर ट्रस्ट को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के आधार पर बनाया गया तो ये जांच भी सुप्रीम कोर्ट के द्वारा होनी चाहिए। इसका कारण है कि जिला स्तर का अधिकारी मेयर को नहीं डांट सकता है।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार के नेता और अधिकारी जमीनों की लूट में शामिल हैं।
जवाब
कांग्रेस प्रवक्ता ने प्रधानमंत्री मोदी से मांगा जवाब
इधर, कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने मामले पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चंदे की लूट और जमीन की लूट पर जवाब देना चाहिए तथा पूरे प्रकरण की जांच करानी चाहिए।
बता दें कि कथित रूप से जमीन हड़पने की खबर आने के बाद उत्तर सरकार ने जांच के आदेश दे दिए हैं। अतिरिक्त मुख्य सचिव (सूचना) नवनीत सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विशेष सचिव राधेश्याम मिश्रा को मामले की जांच सौंपी है।