वन विभाग में 2,000 पदों के लिए 20 लाख ने किया आवेदन, Phd धारक भी शामिल
क्या है खबर?
तृमणूल कांग्रेस शासित राज्य पश्चिम बंगाल में बेरोजगारी की भयावह स्थिति सामने आई है। सरकार की ओर से हाल ही में निकाली गई 2,000 वन रक्षकों की रिक्तियों पर 20 लाख से अधिक बेरोजगारों ने आवेदन किया है।
चौंकाने वाली बात यह है कि आठवीं योग्यता और 10,000 मासिक वेतन वाली इस भर्ती परीक्षा के लिए Phd, Msc, स्नातक और स्नातकोत्तर डिग्री धारक युवाओं ने भी आवदेन किया है।
परेशानी
वन अधिकारियों को साक्षात्कार लेने में करनी पड़ रही है मशक्कत
वन रक्षक भर्ती के लिए आए 20 लाख आवेदनों ने वन विभाग के अधिकारियों की चिंता बढ़ा दी है।
अधिकारी अब साक्षात्कार के लिए आसान प्रक्रिया ढूंढने में लगे हैं। विभाग की मानें तो पहली बार वन रक्षकों की भर्ती नागरिक स्वयंसेवकों की भर्ती के मॉडल पर हो रही है।
विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि वनरक्षकों की भर्ती का निर्णय राज्य में रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए किया गया था, लेकिन इसमें आवेदनों की बाढ़ आ गई।
छंटनी
जांच में बहुत कम आवेदनों के रद्द होने की उम्मीद
न्यू इंडियन एक्स्रपेस के अनुसार विभाग अधिकारी ने बताया कि आठवीं उत्तीण योग्यता वाली इस भर्ती के लिए Phd, Msc, स्नातक और स्नातकोत्तर डिग्री धारी युवाओं ने भी आवेदन किया है।
ऐसे में जांच में बहुत ही कम आवेदनों की रद्द होने की उम्मीद है। यही कारण है कि इतनी बड़ी संख्या में आवेदकों के साक्षात्कार लेना विभाग के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है।
उन्होंने बताया कि इस भर्ती के लिए साक्षात्कार के आधार पर ही चयन किया जाएगा।
असंभव
साक्षात्कार बोर्ड में शामिल सदस्यों की संख्या बढ़ाना असंभव
पुरुलिया के प्रभागीय वन अधिकारी रामप्रसाद बदाना ने बताया कि साक्षात्कार बोर्ड में दो प्रभागीय वन अधिकारी और एक मुख्य वन संरक्षक अधिकारी को शामिल किया गया है।
इसके अलावा उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों से यह भी अनुरोध किया है कि अब साक्षात्कार बोर्ड में शामिल सदस्यों की संख्या बढ़ाना असंभव है।
वह शनिवार और रविवार को साक्षात्कार प्रक्रिया शुरू करेंगे। इससे पहले 45 बोरियों में भरे आवेदनों की जांच की गई है।