टाटा भारत में बढ़ाएगी ऐपल की आपूर्ति, पेगाट्रॉन आईफोन प्लांट में खरीदेगी 60 प्रतिशत हिस्सेदारी
टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स तमिलनाडु में पेगाट्रॉन के आईफोन प्लांट में 60 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने वाली है, जिससे नया संयुक्त उद्यम (JV) बनेगा। रॉयटर्स के अनुसार, इस कदम से टाटा की ऐपल के लिए भारत में आपूर्ति श्रृंखला में स्थिति मजबूत होगी। टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स JV का 60 प्रतिशत हिस्सा रखेगी और दैनिक संचालन करेगी, जबकि पेगाट्रॉन 40 प्रतिशत हिस्सा रखेगा और तकनीकी सहायता प्रदान करेगा। यह साझेदारी ऐपल के लिए भारत में उत्पादन बढ़ाने का संकेत देती है।
सौदे का विवरण अभी तक नहीं हुआ है सार्वजनिक
इस सौदे का विवरण अभी तक सार्वजनिक नहीं किया गया है और कीमत की भी कोई जानकारी नहीं दी गई। 15 नवंबर को आईफोन प्लांट में इस सौदे के बारे में आंतरिक जानकारी दी गई। सूत्रों ने बताया कि टाटा और पेगाट्रॉन भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) से अनुमति लेने के लिए आने वाले दिनों में संपर्क करेंगे। टाटा ने इस मामले पर टिप्पणी करने से मना कर दिया है। ऐपल और पेगाट्रॉन ने भी सवालों का जवाब नहीं दिया है।
पेगाट्रॉन टाटा को बेचना चाहती है फैक्ट्री
अप्रैल में रॉयटर्स ने बताया था कि पेगाट्रॉन अपनी चेन्नई के पास स्थित आईफोन फैक्ट्री टाटा को बेचने की बातचीत कर रहा है। इस फैक्ट्री में 10,000 कर्मचारी हैं और यह हर साल 50 लाख आईफोन बनाती है। टाटा पहले से कर्नाटक में एक आईफोन प्लांट चला रही है और तमिलनाडु में नया प्लांट बना रही है। यह सौदा टाटा की आईफोन निर्माण योजनाओं को मजबूत करेगा और ऐपल को भारत में ऑपरेशन का विस्तार करने में मदद करेगा।