टाटा टेक्नोलॉजीज ला रही है IPO, यह क्या होता है?
टाटा ग्रुप की एक और कंपनी इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) लाने की तैयारी में है। टाटा मोटर्स की सब्सिडियरी कंपनी टाटा टेक्नोलॉजीज ने IPO के जरिए पैसे जुटाने के लिए सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) के पास ड्राफ्ट रेड हेयरिंग प्रॉस्पेक्ट्स (DRHP) फाइल किया है। यह इश्यू पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) का होगा। इसके तहत मौजूदा प्रमोटर्स और शेयरहोल्डर्स 9.57 करोड़ शेयरों की बिक्री करेंगे।
क्या होता है IPO?
जब किसी कंपनी की तरफ सामान्य स्टॉक या शेयर को पहली बार जनता के लिए जारी किया जाता है तो उसे IPO या सार्वजनिक प्रस्ताव कहते हैं। व्यापार में पूंजी को बढ़ाने के लिए छोटी, नई और निजी-स्वामित्व वाली कंपनियां अपने शेयर को बेचती हैं। किसी कंपनी को IPO जारी करने के दो कारण पूंजी इकट्ठा करना और पूर्व निवेशकों को सशक्त करना होता है। ये दो तरह- फिक्स्ड प्राइस और बुक बिल्डिंग IPO होते हैं।
क्या है फिक्स प्राइस IPO?
IPO जारी करने से पहले कंपनी इनवेस्टमेंट बैंक के साथ मिलकर इसके प्राइस के बारे में चर्चा करती है, जिसके बाद एक प्राइस निर्धारित किया जाता है। इस निर्धारित प्राइस पर ही निवेशक IPO को खरीद सकते हैं। इसे ही फिक्स प्राइस IPO कहते हैं।
क्या है बुक बिल्डिंग IPO?
बुक बिल्डिंग IPO में इनवेस्टमेंट बैंक के साथ कंपनी IPO का एक प्राइस बैंड निर्धारित करती है, जिसके बाद IPO जारी किया जाता है। निर्धारित किए गए प्राइस बैंड में से इनवेस्टर अपनी बिड सब्सक्राइब करते हैं। प्राइस बैंड में दो तरह के प्राइस होते हैं। पहला फ्लोर प्राइस, जिसमें IPO का प्राइस कम होता है। दूसरा कैप प्राइस, जिसमें IPO का प्राइस ज्यादा होता है। फ्लोर प्राइस और कैप प्राइस के बीच 20 फीसदी का अंतर रखा जाता है।
टाटा टेक्नोलॉजीज में किसकी कितने प्रतिशत हिस्सेदारी?
जानकारी के मुताबिक, टाटा मोटर्स की टाटा टेक्नोलॉजीज में 74 प्रतिशत हिस्सेदारी है। वहीं, अल्फा TC होल्डिंग्स की 7.26 प्रतिशत और टाटा कैपिटल ग्रोथ फंड 1 की 3.63 प्रतिशत हिस्सेदारी है। इस IPO के जरिए टाटा मोटर्स 8.11 करोड़, अल्फा TC होल्डिंग्स 97.2 लाख और टाटा कैपिटल ग्रोथ फंड 1 ने अपने 48.6 लाख शेयरों की बिक्री करने की योजना बनाई है। टाटा समूह करीब 18 साल बाद अपना IPO लॉन्च करने जा रही है।
IPO से टाटा मोटर्स में नहीं आएगा बड़ा बदलाव- चाकरी लोकप्रिया
TCG AMC की MD चाकरी लोकप्रिया ने कहा कि IPO से टाटा मोटर्स में कुछ बड़ा बदलाव नहीं आएगा, लेकिन हिस्सेदारी या शेयर बिक्री से नकदी प्रवाह बढ़ेगा। इससे बैलेंस शीट मजबूत हो जाएगी। वैल्युएशन के नजरिए से देखें तो इससे कंपनी का वैल्युएशन करना भी आसान होगा। लोकप्रिया ने कहा कि IPO अपने आप में अच्छी बात है। यह ऐसे क्षेत्र की कंपनी है, जहां अमेरिका और अन्य एडवांस बाजारों में इसमें लोग काफी दिलचस्पी दिखा रहे हैं।
शेयरों की बिक्री से कंपनी को नहीं होगी कोई आय- टाटा टेक
टाटा टेक के मुताबिक, शेयरधारकों द्वारा शेयरों की बिक्री से कंपनी को कोई आय नहीं होगी। बुक-बिल्डिंग प्रक्रिया के जरिए पेश किए गए इक्विटी शेयरों के लिए मांग के आकलन के आधार पर IPO के लिए प्राइस बैंड बुक-रनिंग लीड मैनेजर्स के परामर्श से निर्धारित होगा। वित्त वर्ष 2022 में प्रति शेयर मूल आय (IPS) 10.77 रुपये प्रति शेयर थी। दिसंबर, 2022 में कंपनी ने साल-दर-साल आधार पर 15.5 प्रतिशत वृद्धि के साथ 3,011 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया।