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वेतनभोगी कर्मचारियों को ITR दाखिल करते समय इन बातों पर जरूर देना चाहिए ध्यान

वेतनभोगी कर्मचारियों को ITR दाखिल करते समय इन बातों पर जरूर देना चाहिए ध्यान

Jul 10, 2025
08:30 pm

क्या है खबर?

वेतनभोगी कर्मचारियों के लिए आयकर रिटर्न (ITR) भरना आसान माना जाता है, लेकिन थोड़ी-सी लापरवाही परेशानी बन सकती है। कई बार छोटी-छोटी गलतियों से कटौतियां छूट जाती हैं, नोटिस आ सकते हैं या रिटर्न रिजेक्ट हो सकता है। ऐसे में फॉर्म भरने से पहले सभी जरूरी दस्तावेजों की जांच और सही जानकारी देना जरूरी है। 31 जुलाई ITR की अंतिम तिथि है, इसलिए रिटर्न भरने में देरी न करें और पूरी सतर्कता बरतें।

#1

फॉर्म 16 और अन्य स्रोतों की आय जोड़ें 

ITR दाखिल करने में फॉर्म 16 सबसे अहम होता है, लेकिन केवल उसी पर निर्भर न रहें। सावधि जमा पर ब्याज, म्यूचुअल फंड से पूंजीगत लाभ या फ्रीलांस से होने वाली कमाई को भी जोड़ें। इन सभी सूचनाओं की जानकारी आयकर विभाग के पास AIS और फॉर्म 26AS के जरिए पहले से मौजूद होती है। अगर आपने कुछ छुपाया तो आय और रिकॉर्ड में फर्क दिखेगा, जिससे आपको नोटिस मिल सकता है।

#2

उपयुक्त टैक्स प्रणाली और कटौतियों का चयन करें 

ITR दाखिल करने से पहले तय करें कि पुरानी टैक्स व्यवस्था सही रहेगी या नई। पुरानी व्यवस्था में कई तरह की छूटें मिलती हैं, जबकि नई में दरें कम होती हैं लेकिन छूट सीमित हैं। इसके अलावा, सिर्फ 80C तक सीमित न रहें, 80D, 80E और 24(b) जैसी कटौतियों का भी लाभ लें। ये सारी कटौतियां आपकी कर योग्य आय कम कर सकती हैं और आपको ज्यादा बचत करने का मौका देती हैं।

#3

समय पर रिटर्न भरें और दंड से बचें 

अगर आपकी आय छूट सीमा से अधिक है, तो भले ही टैक्स कट चुका हो, फिर भी रिटर्न दाखिल करना जरूरी है। देर से फाइल करने पर 5,000 रुपये तक का जुर्माना लग सकता है और कुछ लाभ भी छूट सकते हैं। वीजा या लोन लेने के समय भी ITR की जरूरत होती है। इसलिए आखिरी समय का इंतजार न करें। समय रहते रिटर्न भरना न केवल जिम्मेदारी है, बल्कि भविष्य की जरूरतों के लिए भी जरूरी दस्तावेज बनाता है।