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'आंखों की गुस्ताखियां' रिव्यू: विक्रांत मैसी और शनाया कपूर की फिल्म देख क्या बोली जनता?

'आंखों की गुस्ताखियां' रिव्यू: विक्रांत मैसी और शनाया कपूर की फिल्म देख क्या बोली जनता?

Jul 11, 2025
04:53 pm

क्या है खबर?

पिछले काफी समय से फिल्म 'आंखों की गुस्ताखियां' चर्चा में है। यह फिल्म इसलिए खास है, क्योंकि इसके हीरो विक्रांत मैसी हैं, वहीं संजय कपूर की बेटी शनाया कपूर ने इस फिल्म के जरिए अभिनय की दुनिया में कदम रखा है। यह फिल्म 11 जुलाई को सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है, जिसके बाद से सोशल मीडिया पर फिल्म की खूब चर्चा हो रही है। आइए जानते हैं संतोष सिंह के निर्देशन में बनी फिल्म देखकर जनता ने क्या कहा।

कहानी

कहानी को लेकर क्या बोले लोग? 

कुछ लोग इस रोमांटिक फिल्म के फर्स्ट हाफ की तारीफ कर रहे हैं तो कुछ को दूसरा भाग पसंद आ रहा है। एक यूजर ने लिखा, कहानी ठीक-ठाक है, न बुरी और न ही असाधारण। शनाया ने अपनी पहली फिल्म के हिसाब से अच्छा काम किया है। सीखने के लिए बहुत कुछ है और मुझे विश्वास है कि वह और बेहतर करेंगी। विक्रांत ने हमेशा की तरह अच्छा काम किया है। फिल्म अच्छी है। आप इसे देख सकते हैं।'

ट्विटर पोस्ट

लोगों ने फिल्म की कहानी तो बताया शानदार 

अभिनय

दर्शक बोले- ज्यादा उम्मीद मत रखना 

विक्रांत ने एक बार फिर अपनी अदाकारी का लोहा मनवाया है। उनकी अदाकारी के लोग मुरीद हो गए हैं। एक लिखते हैं, 'फिल्म खूबसूरत है। विक्रांत के काम ने जीत लिया है। रोमांस और भावनाओं का अच्छा संतुलन है, लेकिन कहानी और अच्छी हो सकती थी। कुछ दृश्य अनावश्यक रूप से खींचे गए हैं। फिल्म देख सकते हैं, लेकिन ज्यादा उम्मीद मत रखना।' एक ने लिखा, 'फिल्म ठीक-ठाक है, लेकिन कुछ खास नहीं। एक बार देख सकते हो।'

ट्विटर पोस्ट

विक्रांत की तारीफ कर रहे लोग

निर्देशन

निर्देशन के बारे में क्या बोले लोग? 

एक यूजर ने कहा कि निर्देशक और बेहतर कर सकते थे, वहीं एक ने कहा कि वह फिल्म के किरदारों की गहराई में नहीं उतर सके। एक लिखते हैं, 'शनाया कपूर का अभिनय कुछ खास नहीं है। पूरी तरह से एक बोरिंग और रोमांटिक फिल्म। विक्रांत का काम भी ठीक-ठाक ही है, लेकिन कुछ खास नहीं। स्क्रिप्ट पर पैसा क्यों बर्बाद करते हैं?' एक ने लिखा, 'विक्रांत मैसी की फिल्म और बेहतर हो सकती थी। एक बार देख सकते हो।'

ट्विटर पोस्ट

शनाया कपूर ने किया निराश

प्रतिक्रिया

फिल्म को मिल रही मिली-जुली प्रतिक्रिया

एक यूजर ने लिखा, 'फर्स्ट हाफ वाहियात रहा, दूसरा थोड़ा बेहतर था, लेकिन घिसा-पिटा था। गाने अच्छे हैं।' एक लिखते हैं, 'सिर्फ विक्रांत हैं फिल्म देखने की वजह।' कुल मिलाकर फिल्म को दर्शकों से मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली है। कुछ इसे अच्छी बता रहे हैं तो कुछ ने इसे नकार दिया है। 'आंखों की गुस्ताखियां' भारत के मशहूर लेखक रस्किन बॉन्ड की लोकप्रिय लघु कहानी, 'द आइज हैव इट' पर आधारित है। इसमें विक्रांत नेत्रहीन संगीतकार की भूमिका निभा रहे हैं