दीवाली से पहले RBI ने कम की ब्याज दरें, GDP का अनुमान भी घटाया
दीवाली से पहले भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने लोगों को तोहफा देते हुए ब्याज दरों में कटौती की है। शुक्रवार को RBI की मौद्रिक नीति पेश करते हुए गवर्नर शक्तिकांत दास ने रेपो रेट को 0.25 फीसदी घटाकर 5.15 कर दिया है। रेपो रेट कम होने के बाद बैंक ब्याज दर घटाएंगे और लोगों की होम, ऑटो लोन आदि की EMI कम हो जाएगी। रेपो रेट के अलावा रिवर्स रेपो रेट को भी घटाकर 4.90 फीसदी किया गया है।
RBI ने घटाया GDP का अनुमान
रेपो रेट में कटौती के अलावा RBI ने 2019-20 के लिए GDP वृद्धि दर का अनुमान 6.9 फीसदी से घटाकर 6.1 फीसदी कर दिया है। इसे सरकार के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। इससे पहले अगस्त में GDP वृद्धि दर को 7.0 फीसदी से घटाकर 6.9 फीसदी किया गया है। रिजर्व बैंक ने कैश रिजर्व रेशो (CRR) को चार फीसदी और स्टैच्युटरी लिक्विडिटी रेशो (SLR) को 19 फीसदी पर बरकरार रखा है।
क्या होती है रेपो और रिवर्स रेपो रेट?
रेपो रेट वह दर होती है जिस पर रिजर्व बैंक दूसरे बैंकों को कर्ज देता है। बैंक इस कर्ज से ग्राहकों को लोन देते हैं। इसके कम होने से लोगों को मिलने वाले लोन सस्ते हो जाते हैं। रिवर्स रेपो रेट वह दर है जिस पर बैंक RBI को पैसा देते हैं। बाजार में जब ज्यादा नकदी होती है तो RBI रिवर्स रेपो बढ़ा देता है ताकि बैंक ज्यादा ब्याज कमाने के लिए अपनी रकम उसके पास जमा करा दे।
आगे भी मिल सकती है राहत
RBI ने लगातार पांचवी बार ब्याज दरों में कटौती की है। इसके साथ ही इस साल अब तक ब्याज दर में 1.35 फीसदी तक की कटौती हो चुकी है। माना जा रहा है कि लोगों को आगे भी राहत मिलती रहेगी। जब शक्तिकांत दास से यह पूछा गया कि क्या ब्याज दरों में और कटौती की जाएगी तो उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर ऐसे कदम उठाये जाएंगे। अभी तक रेपो रेट का सबसे निम्नतम स्तर 4.75 फीसदी रहा है।