रेपो रेट में बदलाव नहीं, वास्तविक GDP दर में 9 प्रतिशत गिरावट आने का अनुमान- RBI
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को ऐलान किया कि रेपो रेट और रिवर्स रेपो में कोई बदलाव नहीं होगा और ये पहले के स्तर पर स्थिर रहेगी। उन्होंने कहा कि गहरे संकुचन वाली तिमाही पीछे छूट गई है और उम्मीद की किरण नजर आने लगी है। केंद्रीय बैंक की मौद्रिक नीति समिति (MPC) के फैसलों के ऐलान करते हुए दास ने कहा कि कई सेक्टरों में रिकवरी नजर आ रही है।
भय और निराशा का माहौल आशा में बदला- शक्तिकांत दास
बुधवार को शुरू हुई MPC की बैठक के नतीजे शुक्रवार को घोषित किए गए। इस मौके पर दास ने अर्थव्यवस्था की मौजूदा स्थिति की जानकारी देते हुए कहा कई मानकों से ऐसे संकेत मिले हैं, जिनके आधार पर अर्थव्यवस्था में रिकवरी देखी जा रही है। उन्होंने कहा कि महामारी के कारण देश में पैदा हुआ भय और निराशा का माहौल अब उम्मीद में बदल रहा है। इस वर्ष की चौथी तिमाही में महंगाई दर में कमी आ सकती है।
अगले छह महीनों में तेज होगा सुधार- दास
केंद्रीय बैंक के गवर्नर ने कहा कि अब पाबंदियां लगाने की जगह अर्थव्यवस्था को उबारने पर ध्यान देने की जरूरत है। चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही तक मुद्रास्फीति तय लक्ष्य के दायरे में आने का अनुमान है। वहीं चौथी तिमाही तक अर्थव्यवस्था की विकास दर गिरावट के दौर से निकलकर वापस वृद्धि के रास्ते पर आ सकती है। पहली छमाही का धीमा सुधार अगले छह महीनों में तेज हो सकता है। आर्थिक गतिविधियों में भी इजाफा देखा जाएगा।
वास्तविक GDP दर में आ सकती है 9.5 प्रतिशत की गिरावट- दास
RBI गवर्नर ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में वास्तविक GDP दर में 9.5 प्रतिशत की गिरावट देखी जा सकती है। आर्थिक वृद्धि में मदद करने के लिए केंद्रीय बैंक उदार रुख बनाए रखेगा। उन्होंने कहा कि सितंबर माह में PMI बढ़कर 56.9 प्रतिशत हो गया है, जो जनवरी 2012 के बाद सबसे ज्यादा है। वहीं मौजूदा वित्त वर्ष की पहली छमारी में उधार की औसत लागत 16 साल के सबसे कम स्तर 5.82 फीसदी हो गई है।
दिसंबर से 24 घंटे काम करेगा RTGS
RBI ने कहा है कि दिसंबर से रियल टाइम ग्रोस सैटलमेंट (RTGS) किसी भी समय किया जा सकेगा। यह 24 घंटे चालू रहेगा। साथ ही नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर (NEFT) भी 365 दिन और 24 घंटे तक चलेगा। फिलहाल यह सुविधा सुबह 7 से लेकर शाम 6 बजे तक उपलब्ध होती है। रविवार और महीने के दूसरे और चौथे शनिवार को यह पूरी तरह बंद रहती है। इसमें दो लाख से ऊपर की राशि ट्रांसफर की जा सकती है।
रेपो रेट 4 प्रतिशत पर कायम
RBI की MPC ने सर्वसम्मति से ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला किया है। रेपो रेट 4 प्रतिशत और रिवर्स रेपो रेट 3.35 प्रतिशत पर बरकरार है। इसका मतलब है कि आपके लोन की EMI कम नहीं हुई है। इससे पहले अगस्त में MPC की बैठक हुई थी, जिसमें ब्याज दरें नहीं बदली थीं। मई में ब्याज दरों में 40 बेसिस प्वॉइंट और मार्च में 75 बेसिस प्वॉइंट की कटौती की गई थी।