जियो कनेक्शन के साथ 4,000 रुपये की कीमत वाले स्मार्टफोन लाने की तैयारी में रिलायंस
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) देश को '2G-मुक्त' बनाने के सपने की तरफ तेजी से कदम बढ़ा रही है। कंपनी ने घरेलू सप्लायर्स से उत्पादन क्षमता बढ़ाने को कहा है ताकि वो अगले दो सालों में 20 करोड़ स्मार्टफोन असेंबल कर सके। इसे देश में टेक्नोलॉजी सेक्टर के लिए बूम और प्रतिद्वंद्वी कंपनियों के लिए खतरे की घंटी के तौर पर देखा जा रहा है। इन स्मार्टफोन की कीमत लगभग 4,000 रुपये होगी और ये एंड्रॉयड पर ऑपरेट करेंगे।
रिलायंस जियो के प्लान्स के साथ बेचे जाएंगे स्मार्टफोन्स
सूत्रों के हवाले से मीडिया में आ रही रिपोर्ट्स के मुताबिक, रिलायंस इसके लिए देश में फोन असेंबल करने वाली कई कंपनियों के साथ बातचीत कर रही है। इन किफायती स्मार्टफोन्स को रिलायंस जियो के प्लान के साथ बेचा जाएगा। हालांकि, रिलायंस की तरफ से अभी तक इस पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं आई है। पहले खबरें आई थीं कि रिलायंस अपने सस्ते स्मार्टफोन्स को इस साल के अंत या अगले साल की शुरुआत में बाजार में उतार सकती है।
घरेलू कंपनियों के लिए बड़ा मौका लेकर रिलायंस की योजना
रिलायंस के अगले दो सालों में 15-20 करोड़ स्मार्टफोन बेचने की योजना को घरेलू फैक्ट्रियों के लिए भी एक बड़ा मौका माना जा रहा है। इंडिया सेलुलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन के अनुसार, मार्च में समाप्त हुए पिछले वित्तीय वर्ष के दौरान भारतीय कंपनियों ने 16.5 करोड़ स्मार्टफोन और लगभग इतनी ही संख्या में फीचर फोन असेंबल किए थे। इनमें से लगभग 20 प्रतिशत स्मार्टफोन्स 7,000 रुपये से कम कीमत वाले थे।
जियो के पास आधी से ज्यादा आबादी तक पहुंचने का मौका
जानकारों का कहना है कि जियो के पास 50 करोड़ से ज्यादा उन भारतीयों के पास पहुंचने का मौका है, जिनके पास अभी तक स्मार्टफोन नहीं हैं। वो यह भी कहते हैं कि चूंकि रिलायंस भारतीय कंपनियों के साथ ही काम करेगी ऐसे में चीनी कंपनियों को कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ सकता है, जो अभी मार्केट लीडर बनी हुई हैं। गौरतलब है कि फिलहाल शाओमी, वीवो और ओप्पो जैसे ब्रांड खासा लोकप्रिय हैं।
शुरुआती महीनों में रिलायंस को होगी लगभग 50 लाख स्मार्टफोन्स की जरूरत
शुरुआत में रिलायंस को हर महीने 50 लाख स्मार्टफोन्स की जरूरत होगी, लेकिन किसी भी भारतीय कंपनी की इतनी क्षमता नहीं है। इसलिए यह ऑर्डर कई कंपनियों के बीच बंट जाएगा। रिलायंस फिलहाल कम से कम दो कंपनियों के साथ बातचीत कर रही है।
ऑपरेटिंग सिस्टम बनाने के लिए जियो के साथ आई गूगल
जुलाई में कंपनी की 43वीं सालाना बैठक में रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख मुकेश अंबानी ने बताया था कि दिग्गज कंपनी गूगल जियो प्लेटफॉर्म में निवेश करेगी। अंबानी ने बताया कि गूगल 33,737 करोड़ रुपये में जियो प्लेटफॉर्म की 7.7 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदेगी। उन्होंने कहा था कि गूगल और जियो ने एंट्री लेवल के 4G और 5G स्मार्टफोन्स के लिए ऑपरेटिंग सिस्टम बनाने के लिए हाथ मिलाया है। दोनों कंपनियां भारत को 2G मुक्त करने के लिए काम कर रही हैं।