जेब की जगह इन वॉलेट में रखें वाई-फाई डेबिट और क्रेडिट कार्ड, ठगी से बचेंगे
आजकल ज्यादातर लोग छोटे से छोटा पेमेंट करने के लिए डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड का उपयोग करते हैं। कोरोना काल में कार्ड का उपयोग करना अधिक बढ़ गया है। कुछ लोग पेमेंट को आसान बनाने और अपनी सुविधा के लिए वाई-फाई वाले डेबिट और क्रेडिट का इस्तेमाल करते हैं। हालांकि, आम डेबिट और क्रेडिट की अपेक्षा इसका उपयोग करते समय अधिक सावधानी रखनी होती है क्योंकि कोई भी आसानी से इसका उपयोग कर सकता है।
पिन की नहीं होती जरूरत
वाई-फाई वाले डेबिट और क्रेडिट कार्ड की खासियत यह है कि 2,000 रुपये तक का पेमेंट करने के लिए आपको पिन डालने की जरूरत नहीं होती है और यही इसका नुकसान भी होता है। बता दें कि बाकी कार्ड्स का उपयोग करने के लिए पिन डालना होता है। इनको केवल मशीन के ऊपर रखने या टच करने से ही 2,000 रुपये तक का पेमेंट अपने आप हो जाता है।
किस तकनीक पर करता है काम?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि वाई-फाई वाले कार्ड को कॉन्टैक्टलेस कार्ड भी कहा जाता है। इन कार्ड्स की रेंज 4 सेंटीमीटर होती है। इसलिए इनका उपयोग करते समय काफी ध्यान रखना पड़ता है ताकि आपके पैसे दो बार न कट जाएं। भले ही इन्हें वाई-फाई कार्ड कहा जाता है, लेकिन यह इसके जरिये नहीं बल्कि नियर फिल्ड कम्यूनिकेशन (NFC) और रेडियो फ्रिकवेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) तकनीक के जरिये काम करता है।
लगी होती है एक चिप
इस प्रकार के कार्ड्स में एक चिप दी जाती है, जिनका कनेक्शन बहुत ही पतले और मेंटल एंटीना से होता है। इस एंटीना को रेडियो फ्रिकवेंसी फील्ड के जरिये पावर मिलती है। इससे ही प्वाइंट ऑफ सेल (POS) मशीन को सिग्नल मिलता है और वाई-फाई वाले कार्ड को मशीन के संपर्क में लाते ही बिना पिन डाले ही उससे 2,000 रुपये तक कट जाते हैं। यही कारण है कि इससे ठगी भी हो जाती है।
इन वॉलेट में कार्ड को रखें सुरक्षित
चोर जेब में रखे कार्ड के पास मशीन ले जाकर उसे स्वाइप कर लेते हैं और लोगों को पता भी नहीं चलता है। इससे बचने के लिए लोगों को इन कार्ड्स को एल्युमिनियम फॉयल में लपेटकर रखना चाहिए। इसके साथ-साथ ही आप इसे सुरक्षित रखने के लिए मेटल वॉलेट या बाजार में मिल रहे RFID ब्लॉकिंग वॉलेट में रख सकते हैं। इससे यह आसानी से मशीन के संपर्क में नहीं आएगा।
किसी को देने की गलती न करें
साधारण कार्ड का इस्तेमाल बिना पिन डालें नहीं कर सकते हैं। इसलिए उऩ्हें लोग आसानी से दुकानदार को दे देते हैं और अपना ध्यान किसी अन्य काम में लगा लेते हैं। यह गलती इन कार्ड्स के साथ नहीं करनी चाहिए। कभी भी अपना कार्ड किसी को न दें। खुद ही कार्ड कार्ड स्वाइप कर दें या अपने सामने कराएं। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि पेमेंट दो बार न हो जाए। ऐसे आप ठगी से बच पाएंगे।