टैक्स फाइलिंग पोर्टल में आ रही समस्याएं, वित्त मंत्रालय ने कल इंफोसिस CEO को बुलाया
वित्त मंत्रालय ने इंफोसिस CEO सलिल पारेख को समन जारी कर 23 अगस्त को बुलाया है। मंत्रालय उनसे पूछेगा कि नए टैक्स ई-फाइलिंग पोर्टल में आ रही समस्याएं अभी तक ठीक क्यों नहीं हुई हैं? मंत्रालय ने कहा कि पारेख और कंपनी के सीनियर एग्जीक्यूटिव प्रवीण राव को इस पोर्टल को यूजर-फ्रेंडली और आसान बनाने को कहा गया था। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी जून में इसे लेकर चिंता जता चुकी हैं।
क्या है मामला?
इंफोसिस ने नए टैक्स ई-फाइलिंग पोर्टल को डिजाइन किया था। 7 जून को शुरू होने के बाद से ही इसमें कई समस्याएं आ रही हैं। कई यूजर्स ने इसे लेकर सोशल मीडिया पर वित्त मंत्रालय को टैग करते हुए शिकायतें भी की हैं। यूजर्स को पोर्टल पर प्रोफाइल अपडेट और पासवर्ड बदलते समय भी परेशानियां आ रही हैं। उनका यह भी कहना है कि यह पोर्टल बहुत धीमा है और लॉग इन करने में बहुत वक्त लगता है।
वित्त मंत्रालय ने दी पारेख को समन की जानकारी
वित्त मंत्रालय की तरफ से रविवार को ट्वीट कर बताया कि सलिल पारेख को बुलाया गया है। मंत्रालय ने लिखा कि 23 अगस्त 2021 को इंफोसिस के CEO सलिल पारेख को यह बताने के लिए बुलाया गया है कि नए ई-फाइलिंग पोर्टल के लॉन्च होने के ढाई महीने बीत जाने के बाद भी अब तक उससे जुड़ी समस्याएं ठीक क्यों नहीं हुई है? 21 अगस्त, 2021 से यह पोर्टल काम ही नहीं कर रहा है।
सरकार ने लोकसभा में भी दी थी जानकारी
पोर्टल को लेकर लगातार मिल रही शिकायतों के बीच निर्मला सीतारमण ने जल्द इस समस्या को दूर करने का भरोसा दिया था। लोकसभा में भी सरकार ने बताया था कि कंपनी को नए पोर्टल में आ रही तकनीकी समस्याओं के बारे में बता दिया गया है और इसे दूर करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। अभी तक इस मुद्दे पर इंफोसिस के नॉन-एग्जीक्यूटिव चेयरमैन नंदन निलेकणी हर हफ्ते वित्त मंत्री को जानकारी दे रहे थे।
सरकार को मिली 2,000 से अधिक शिकायतें
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, केंद्र सरकार ने माना है कि आयकर विभाग के नए ई-फाइलिंग पोर्टल से जुड़े लगभग 700 ईमेल्स आए हैं, जिनमें 2,000 से अधिक शिकायतों का जिक्र किया गया है। यूजर्स को इस पोर्टल पर 90 अलग-अलग तरह की खामियों का सामना करना है। सरकार ने बताया को पोर्टल को लेकर शिकायत दर्ज कराने वालों में आम टैक्स पेयर्स के साथ-साथ टैक्स प्रोफेशनल और इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेट्स ऑफ इंडिया (ICAI) भी शामिल हैं।