
डोनाल्ड ट्रंप भारत-रूस तेल व्यापार से बौखलाए, भारत पर और अधिक टैरिफ लगाने की धमकी दी
क्या है खबर?
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत और रूस के तेल व्यापार से बुरी तरह बौखला गए हैं। उन्होंने इस बार भारत पर और अधिक टैरिफ लगाने की धमकी दी है। ट्रंप ने सोशल मीडिया ट्रुथ पर लिखा कि भारत न केवल रूस से भारी मात्रा में तेल खरीद रहा है, बल्कि उसे मुनाफे पर खुले बाजार में बेच भी रहा है। ट्रंप ने भारत पर यूक्रेन युद्ध से बेपरवाह होने का आरोप भी लगाया है।
नाराजगी
ट्रंप ने क्या कहा?
ट्रंप ने ट्रुथ पर लिखा, 'भारत न केवल भारी मात्रा में रूसी तेल खरीद रहा है, बल्कि खरीदे गए तेल का एक बड़ा हिस्सा खुले बाजार में भारी मुनाफे पर बेच रहा है। उन्हें इस बात की कोई परवाह नहीं है कि रूसी युद्ध मशीन द्वारा यूक्रेन में कितने लोग मारे जा रहे हैं। इस वजह से, मैं भारत द्वारा अमेरिका को दिए जाने वाले टैरिफ में काफी वृद्धि करूंगा। इस मामले पर ध्यान देने के लिए धन्यवाद!!!'
ट्विटर पोस्ट
ट्रंप की धमकी
#BREAKING: US President Donald Trump announces that he will be substantially raising the Tariffs against India. pic.twitter.com/SMKjpIdkT8
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) August 4, 2025
बयान
पहले ट्रंप को मिली थी गलत सूचना?
इससे पहले ट्रंप ने कहा था, "मुझे सुनने में आया है कि भारत अब रूस से तेल नहीं खरीदेगा। मैंने ऐसा सुना है, लेकिन पता नहीं कि यह सही है या नहीं। अगर ऐसा है तो यह अच्छा कदम है। देखते हैं आगे क्या होता है।" दरअसल, उन्होंने कई मीडिया रिपोर्ट्स ने दावा किया था कि भारत ने रूस से तेल खरीदना बंद कर दिया है। इसके बाद ट्रंप का बयान आया। हालांकि, भारत सरकार ने पुष्टि नहीं की थी।
टैरिफ
ट्रंप ने लगाया है भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ और जुर्माना
ट्रंप ने 1 अगस्त को नए टैरिफ की घोषणा करते हुए भारत पर 25 प्रतिशत आयात शुल्क लगाने का ऐलान किया और जुर्माना लगाने की बात कही। ट्रंप का कहना था कि भारत रूस से हथियार और तेल खरीद रहा है, जिससे रूस को यूक्रेन युद्ध के लिए वित्तीय मदद मिल रही है। उन्होंने यहां तक कहा कि रूस और भारत क्या करते हैं, उससे उनको कोई मतलब नहीं है और उन्होंने दोनों देशों को 'मरी हुई अर्थव्यवस्था' बताया है।
जवाब
क्या रूस से तेल खरीदना जारी रखेगा भारत?
बीते दिनों विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने साप्ताहिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में रूस से तेल खरीद से जुड़े सवाल पर कुछ भी साफतौर पर नहीं कहा था। उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि भारत ऊर्जा जरूरतों के लिए बाजार में उपलब्ध विकल्पों और वैश्विक स्थिति को ध्यान में रखकर निर्णय लेते हैं। इससे पहले वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने अमेरिकी टैरिफ को लेकर संसद में कहा था कि सरकार मामले की समीक्षा कर रही है और हितों की रक्षा करेगी।