ऐपल ने किया डार्विनAI स्टार्टअप का अधिग्रहण, AI पर तेज होगा काम
टेक दिग्गज ऐपल ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) स्टार्टअप डार्विनAI का अधिग्रहण किया है। ऐपल ने इसके दर्जनों कर्मचारियों को अपनी AI डिविजन में जोड़ा है। बताया जा रहा है कि ऐपल ने कुछ समय पहले यह अधिग्रहण किया है, लेकिन अभी तक इसके मूल्य का खुलासा नहीं हुआ है। वाटरलू यूनिवर्सिटी के AI शोधकर्ता एलेक्जेंडर वॉन्ग ने इस स्टार्टअप की स्थापना में मदद की थी। इस समझौते के तहत उन्हें ऐपल की AI डिविजन में निदेशक बनाया गया है।
डार्विन ने क्या टेक्नोलॉजी बनाई है?
डार्विन ने एक AI टेक्नोलॉजी बनाई है। यह उत्पादन प्रक्रिया के दौरान कलपुर्जों के निर्माण पर नजर रखती है। कई तरह के उद्योग इसके ग्राहकों में शामिल हैं। जब ऐपल से इस बारे में प्रतिक्रिया मांगी गई तो उसने कहा कि वह समय-समय पर छोटी टेक्नोलॉजी कंपनियों का अधिग्रहण करती रहती है, लेकिन इस सौदे के बारे में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। डार्विनAI इससे पहले लॉकहीड मार्टिन और इंटेल जैसी कंपनियों के साथ काम कर चुकी है।
छोटे मॉडल बनाना चाहती है डार्विनAI
स्टार्टअप ने कहा था कि वह छोटे और तेजी से न्यूरल नेटवर्क मॉडल बनाना चाहता है। यह ऐपल के लिए भी फायदेमंद हो सकता है, जो बड़े लैंग्वेज मॉडल को अपने फोन के लिए ऑप्टिमाइज करने पर काम कर रही है। बता दें कि जनरेटिव AI को रोल आउट करने में ऐपल अभी तक गूगल और माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनियों से पिछड़ रही है। गूगल और माइक्रोसॉफ्ट लगातार अपने प्रोडक्ट्स में AI को इंटीग्रेट करने में लगी हुई हैं।