स्पोक व्हील्स और एलॉय व्हील्स में क्या है अंतर और आपके लिए कौन सा ठीक रहेगा?
आपकी बाइक का प्रदर्शन और क्षमता उसमें उपयोग किए जा रहे रिम की गुणवत्ता पर भी काफी हद तक निर्भर करती है। भारत में दो तरह के रिम का इस्तेमाल किया जाता है- स्पोक व्हील और एलॉय व्हील। वैसे तो कोई भी रिम हर किसी के लिए परफेकट नहीं हो सकता, पर तुलना कर यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि आपके लिए कौन सा व्हील बेहतर साबित होगा।
किसे कहते हैं स्पोक व्हील और एलॉय व्हील?
स्पोक व्हील 1970 के पहले से उपयोग में लाए जा रहे टायर मॉडल हैं। ये व्हील स्टील और अन्य समान धातुओं से बनाए जाने वाले रिम्स हैं। एलॉय व्हील नए जमाने के ट्यूबलेस टायर के साथ आने वाले रिम्स हैं, जिन्हें अधिक सुरक्षा के साथ बेहतर प्रदर्शन करने के लिए डिजाइन किया गया है। ये एल्यूमीनियम और मैग्नीशियम जैसी धातुओं से बने होने के कारण वजन में हल्के होते हैं और बेहतर प्रदर्शन करते हैं।
एलॉय व्हील्स से टायर उद्योग में आया बड़ा बदलाव
एलॉय व्हील्स से टायर उद्योग में बड़ा बदलाव आया है। इन्हें मैग्नीशियम और एल्यूमीनियम को पिघलाकर बनाया जाता है। इस प्रक्रिया को कास्टिंग के रूप में जाना जाता है। ये महंगे होते हैं और उच्च रखरखाव की मांग भी करते हैं।
दोनों व्हील्स की मजबूती में अंतर
एलॉय व्हील्स की तुलना में स्पोक व्हील्स ज्यादा मजबूत होते हैं। इनकी पकड़ बेहतर होती है, जिससे ये एडवेंचर वाली यात्राओं लिए उपयुक्त होते हैं। एलॉय व्हील में दरारें और डेंट पड़ने जैसे जोखिम रहते हैं। स्पोक व्हील आमतौर पर एलॉय की तुलना में अधिक लचीले होते हैं। यही कारण है कि ऑफ-रोड और एडवेंचर के लिए इनका बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया जाता है। एलॉय व्हील वजन में हल्के होते हैं।
गुणवत्ता और ईंधन दक्षता में अंतर
स्पोक व्हील्स की दक्षता कम होती है और वे एलॉय व्हील्स की तुलना में अधिक ईंधन का उपयोग करते हैं। एलॉय व्हील्स में हल्का फ्रेम होता है जिससे सस्पेशन पर दबाव कम पड़ता है और बेहतर माइलेज मिलता है। स्पोक व्हील्स की गुणवत्ता कम होती है, क्योंकि उनमें ट्यूब का उपयोग किया जाता है। एलॉय व्हील्स उच्च गुणवत्ता वाले ट्यूबलेस टायर का उपयोग करते हैं, जो ट्यूब वाले टायर्स से नई तकनीक है।
व्हील्स का डिजाइन और बनाने की प्रक्रिया
स्पोक व्हील्स में एक ही डिजाइन और रंग उपलब्ध होता है। एलॉय व्हील्स में आपके पास कई आकर्षक रंग और डिजाइन उपलब्ध हो जाते हैं। स्पोक व्हील स्टील के बने होते हैं और वजन में भारी होते हैं। टायर के बाहरी रिम को स्टील स्पोक की मदद से इनर हब से जोड़ा जाता है। एलॉय व्हील्स मैग्नीशियम और एल्यूमीनियम को पिघलाकर बने होते हैं। इसलिए ये हल्के और अधिक मजबूत होते हैं।
दोनों व्हील्स के अलग हैं उपयोग
स्पोक व्हील्स आमतौर पर डर्ट बाइक्स या एडवेंचर बाइक्स में पसंद किए जाते हैं। स्पोर्ट्स बाइक को तेज गति की जरूरत होती है इसलिए उनमें एलॉय व्हील्स का उपयोग किया जाता हैं। ये अधिकतम गति पर भी अधिक स्थिरता प्रदान करते हैं। एलॉय व्हील खरीदने के लिए आपको स्टील व्हील की तुलना में 50 से 60 प्रतिशत कीमत अधिक चुकानी पड़ती है क्योंकि ये उत्पादन प्रक्रिया के कारण अधिक महंगे होते हैं।
इस प्रकार क्या है आपके लिए सही विकल्प
यदि आप एक पेशेवर बाइकर हैं, तो आपको एलॉय व्हील के लिए जाना चाहिए, लेकिन अगर आप एक डर्ट बाइक या एडवेंचर बाइक पसंद करते हैं, तो स्पोक व्हील आपके लिए सही विकल्प हैं। इसके अलावा एलॉय व्हील को आसानी से रिपेयर नहीं किया जा सकता है। अब आप स्पोक व्हील्स और एलॉय व्हील्स के बीच के अंतर को जानते हैं, और इस प्रकार, नई बाइक खरीदते समय आसानी से उनके बीच चयन कर सकते हैं।