
कार में क्या होते हैं ब्लांइड स्पॉट? इनसे बचने के ये करें उपाय
क्या है खबर?
कार चलाते समय आस-पास कई ब्लाइंड स्पॉट्स होते हैं, जिनकी अनदेखी करने से हादसा होने का खतरा बढ़ जाता है।
ब्लाइंड स्पॉट्स कम से कम हों, इसके लिए साइड मिरर और पार्किंग मिरर लगे होते हैं। इसके बावजूद कई ऐसी जगह होती हैं, जहां तक आपकी निगाह नहीं पहुंच पाती है और दुर्घटना होने का अंदेशा बना रहता है।
आइये जानते हैं कार के आस-पास ब्लाइंड स्पॉट्स कहां-कहां होते हैं और इनसे कैसे बचा जा सकता है।
बड़े वाहन
बड़े वाहनों से बचकर रहें
अगर, आपकी कार किसी बड़े वाहन, ट्रक या ट्रोले के बिल्कुल पीछे 2-मीटर से कम दूरी पर चल रही है यह उसके साइड मिरर में दिखाई नहीं देती।
आपको उसका साइड मिरर नजर नहीं आ रहा तो साफ है उसे भी आपकी गाड़ी नजर नहीं आ रही। ऐसे में अचानक से ओवरटेक करना हादसे का कारण बन सकता है।
इससे बचने के लिए पहले उसके साइड मिरर की रेंज में आएं और फिर हॉर्न बजाते हुए ओवरटेक करें।
सतर्कता
बाएं तरफ क्यों रखना चाहिए ध्यान?
गाड़ी के बाईं तरफ भी एक और बड़ा ब्लाइंड स्पॉट होता है। अगर, कोई गाड़ी आपके बराबर में 5-मीटर की दूरी पर है तो साइड मिरर में यह नजर नहीं आएगी।
अमूमन हर चालक का ध्यान विंडस्क्रीन या दाहिनी तरफ के मिरर पर होती है। इस गाड़ी के ओवरटेक करने और लेन बदलने पर दुर्घटना के आसार बने रहते हैं।
इससे बचने के लिए बीच-बीच में आपका ध्यान बाएं हाथ मिरर की तरफ भी होना चाहिए।
लेन परिवर्तन
लेन परिवर्तन करते समय भी होता है ब्लांइड स्पॉट
घुमाव पर भी ब्लांइड स्पॉट होते हैं, जब सामने से आता कोई वाहन आपको दिखाई नहीं देता और टक्कर हो जाती है। ऐसे में दाएं या बाएं मोड़ते समय एक बार ध्यान देना जरूरी है।
लेन बदलते समय भी ब्लाइंड स्पॉट हादसे का कारण बन जाता है। इसके लिए यह जरूर देख लें कि कोई वाहन या पैदल यात्री तो नहीं है।
सुरक्षित ड्राइविंग के लिए किसी वाहन के ब्लांइड स्पॉट में ज्यादा देर तक न रहना जरूरी है।