कार की डिलीवरी लेने से पहले इन बातों का रखें खास ध्यान
त्योहारी सीजन में ऑटोमोबाइल बाजार में ऑफर्स की बहार आई हुई है। कंपनियां बिक्री बढ़ाने के लिए आकर्षक छूट पेश कर ग्राहकों को आकर्षित कर रही हैं। दिवाली के मौके पर नई कार घर लाने को लेकर ग्राहकों में भी जबरदस्त उत्साह होता है। इस कारण जल्दबाजी में वो ऐसी भूल कर बैठते हैं, जिसका उन्हें बाद में नुकसान उठाना पड़ता है। आइये जानते हैं डीलरशिप से नई कार की डिलीवरी लेते समय कौन-सी भूल करने से बचना चाहिए।
क्या है PDI?
कार की डिलीवरी से पहले उसका स्वयं निरीक्षण करना प्री-डिलीवरी इंस्पेक्शन (PDI) कहलाता है, जो यह सुनिश्चित करता है कि आपको दी जा रही गाड़ी में किसी तरह की समस्या नहीं है। आप सोच रहे होंगे कि नई गाड़ी को चेक करने की क्या जरूरत है तो बता दें कि आपके हाथों तक पहुंचने से पहले कार फैक्ट्री से लेकर शोरूम तक कई जगह अनलोड और अपलोड होती है। इससे उसमें स्क्रैच या अन्य खराबी आने की संभावना रहती है।
बाहरी हिस्से में चेक करें ये चीजें
बाहरी हिस्से की अच्छी तरह से जांच करने के लिए कार को रोशनी वाली खुली जगह पर पार्क करें और चारों तरफ देखें कि किसी तरह की खरोंच, डेंट का निशान तो नहीं है। साथ ही पेंट को भी बारीकी से देखें कि कहीं कोई अंतर तो नजर नहीं आ रहा। सभी दरवाजों को खोल और बंद करके देखें कि वे अच्छे से लॉक होते हैं या नहीं। इसी तरह बोनट और बूट के ढक्कन को भी चेक करें।
कहीं खराब तो नहीं हैं नई कार के टायर?
बोनट को खोलकर देखें कि इंजन के आस-पास कोई गंदगी, उलझे हुए तार और ऑयल फैला हुआ तो नहीं है। साथ ही सभी टायर्स में किसी तरह की टूट-फूट की जांच के साथ अतिरिक्त टायर भी देख लें कि वह पुराना तो नहीं है। इसके अलावा कंपनी की ओर से दी जाने वाली टूल किट को अच्छे से चेक करें कि इसमें सभी सामान मौजूद है या नहीं। विंडशील्ड और खिड़कियों की खरोंच या दरार की बारीकी से जांच करें।
इंटीरियर में तो नहीं है कोई खामी?
बाहरी हिस्से पर नजर मारने के बाद केबिन में डैशबोर्ड, सीट्स और दरवाजे के पैड की गुणवत्ता की जांचें और किसी तरह की क्षति, खरोंच या निशान का पता लगाएं। इसके साथ ही ग्लोव बॉक्स को खोलकर देखें कि यह ठीक से खुल और बंद हो रहा है या नहीं। फ्लोर मैट को हटाकर देखें कि पानी रिसने की समस्या तो नहीं है। इसके अलावा पावर विंडो, सीट बेल्ट, सीट एडजेस्टमेंट कंट्रोल, स्टीयरिंग व्हील और ओडोमीटर रीडिंग भी चेक करें।
क्या सही तरह से काम रहा है AC?
गाड़ी के इलेक्ट्रिकल कंपोनेंट को भी देखना बहुत जरूरी है। इसके लिए इंजन चालू कर AC ऑन करके देखें कि यह सही से काम कर रहा है या नहीं। साथ ही इंफोटेनमेंट, म्यूजिक सिस्टम, कंट्रोल बटन, स्पीकर, हॉर्न, वाइपर और लाइट्स का भी परीक्षण करें। किसी भी तरह की समस्या ना मिले तो ही PDI फॉर्म पर हस्ताक्षर करें। बिना PDI के डिलीवरी लेने पर अगर गाड़ी में कोई खराबी निकलती है तो उसे ठीक कराने में परेशानी आती है।