सड़कों से गायब हो गई हैं एक समय लोकप्रिय रहीं ये सेडान कारें
भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में हर एक सेगमेंट में कारों की खूब बिक्री होती है। पिछले कुछ सालों तक सेडान कारें बिक्री के मामले में सबसे आगे रहती थीं, लेकिन मिड-साइज SUV जैसे सेगमेंट के बाजार में आने के बाद से इस ट्रेंड में काफी बदलाव आए हैं। SUVs की इस रेंज ने कई ऐसी सेडान कारों को मात दी जो कभी अपने सेगमेंट में राज करने सड़कों पर उतरी थीं।
मारुति सुजुकी SX4
2007 में लॉन्च हुई मारुति की SX4 ने शुरुआत से ही जबरदस्त कामयाबी हासिल की थी। इस कार में 1.6-लीटर VVT DOHC पेट्रोल इंजन मिलता था, जिसमें 104hp की पावर और 145Nm का टॉर्क बनाने की क्षमता थी। यह दिखने में एक लग्जरी सेडान कार का लुक देती थी। बाद में बाजार में बढ़ती प्रतिस्पर्धा के चलते कंपनी ने 2014 में इस कार को बंद कर दिया। उस वक्त इस कार की कीमत 7.32 लाख रुपये थी।
फोर्ड फिएस्टा
फोर्ड फिएस्टा को पहले दुनिया भर में एक हैचबैक कार की पहचान मिली थी, लेकिन सेडान कारों की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए कंपनी 2011 में फिएस्टा को इस सेगमेंट में उतार दिया। इससे फोर्ड की बिक्री में अच्छी बढ़ोत्तरी भी हुई। इस कार में तीन इंजन विकल्प (1.4-लीटर ड्यूराटोरक, 1.4-लीटर ड्यूराटेक और 1.6-लीटर ड्यूराटेक पेट्रोल) मिलते थे। साल 2015 में फोर्ड ने इस कार की बिक्री रोक दी। उस समय इसकी शुरुआती कीमत 8.63 लाख रुपये हुआ करती थी।
टाटा इंडिगो
टाटा इंडिगो को 2002 में 3.87 लाख रुपये की शुरुआती कीमत पर लॉन्च किया गया था। इस कार को बड़ा ही आकर्षक डिजाइन दिया गया था जो कि टाटा की हैचबैक कार इंडिका से प्रेरित था। इसमें 1.4-लीटर के दो इंजन विकल्प (पेट्रोल और डीजल) हुआ करते थे। बाद में इसे 1.2-लीटर पेट्रोल इंजन के साथ भी उतारा गया था। टाटा 2005 में इसे बंद कर इसी नाम से नई कार लेकर आई थी।
शेवरले क्रूज
शेवरले ने टोयोटा कोरोला, स्कोडा ऑक्टेविया, होंडा सिविक जैसी कारों को टक्कर देने के लिए 2009 में क्रूज को भारत में लॉन्च किया था। इसके 1998cc के बड़े इंजन की वजह से यह कार उस वक्त सेडान सेगमेंट की सबसे ताकतवर डीजल कार थी, जिसकी कीमत 13.95 लाख रुपये से शुरु होती थी। इस D-सेगमेंट सेडान की बिक्री 2017 में शेवरले के भारत छोड़ कर जाने के साथ बंद हो गई।
हुंडई एक्सेंट
1999 में हुंडई एक्सेंट ने काफी उम्मीदों के साथ भारतीय बाजार में कदम रखा था। तब इस सेडान की कीमत सिर्फ 3.75 लाख रुपये रखी गई थी। यह उस वक्त के नये उभरते C-सेगमेंट सेडान में लॉन्च होने वाली पहली कुछ कारों में से एक थी। इस कार में तीन इंजन विकल्प (1.6-लीटर DOHC पेट्रोल, 1.5-लीटर SOHC और 1.5-लीटर टर्बो डीजल) हुआ करते थे। सेल्स में गिरावट के चलते साल 2013 में हुंडई ने इस कार की बिक्री रोक दी।