असम पुलिस ने जिग्नेश मेवाणी को किया गुजरात से गिरफ्तार
गुजरात के वडगाम से विधायक जिग्नेश मेवाणी को असम पुलिस ने बीती रात गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी के बाद पुलिस उन्हें अहमदाबाद लेकर गई, जहां से आज उन्हें असम ले जाया जाएगा। बताया जा रहा है कि मेवाणी की गिरफ्तारी ट्वीट के चलते हुई है और उनके साथियों का कहना है कि उन्हें FIR की कॉपी भी नहीं दी गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, असम में उनके खिलाफ दर्ज मामलों में उनकी गिरफ्तारी की गई है।
ट्वीट के सिलसिले में हुई गिरफ्तारी- मेवाणी
ABP न्यूज के अनुसार, मेवाणी ने कहा कि उनके किसी ट्वीट के सिलसिले में उन्हें गिरफ्तार किया गया है, लेकिन पुलिस ने पूरी जानकारी नहीं दी है। उनका ट्विटर अकाउंट देखने पर पता चलता है कि कानूनी मांग के चलते उनके दो ट्वीट हटा लिए गए हैं। मेवाणी ने कहा कि वो झूठी शिकायत से नहीं डरते और अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। उनकी गिरफ्तारी की सूचना मिलने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रात में ही अहमदाबाद में प्रदर्शन किया।
पिछले साल मेवाणी ने दिया था कांग्रेस को समर्थन
दलित नेता और राष्ट्रीय दलित अधिकार मोर्चा के संयोजक मेवाणी वडगाम से निर्दलीय विधायक चुने गए थे, लेकिन पिछले साल उन्होंने कांग्रेस को समर्थन दे दिया था। उन्होंने पिछले साल सितंबर में जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) के पूर्व छात्र संघ प्रमुख कन्हैया कुमार के साथ कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। कन्हैया इसके बाद कांग्रेस में शामिल हो गए थे, लेकिन तकनीकी कारणों से मेवाणी पार्टी की सदस्यता नहीं ले पाए थे।
कन्हैया कुमार ने दी जानकारी
गुजरात कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने किया प्रदर्शन
मेवाणी की गिरफ्तारी की जानकारी मिलने के बाद गुजरात कांग्रेस प्रमुख जगदीश ठाकोर अपने समर्थकों समेत अहमदाबाद हवाई अड्डे पर पहुंचे और प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के खिलाफ ट्वीट करने की शिकायत दर्ज कराई गई थी। यह एक विधायक को डराने का प्रयास है। ऐसी शिकायत से न तो जिग्नेश डरेंगे और न ही कांग्रेस डरती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की कानूनी टीम जिग्नेश की लड़ाई लड़ेगी।