सड़क दुर्घटना के घायलों को मिलेगा कैशलेस इलाज, चंड़ीगढ़ में शुरू हुआ पायलट कार्यक्रम
देश में सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों की संख्या को कम करने के लिए केंद्र सरकार ने चंडीगढ़ में एक पायलट कार्यक्रम शुरू किया है। इसके तहत दुर्घटना में घायल को 1.5 लाख रुपये तक का कैशलेस उपचार की सुविधा दी जाएगी। यह कार्यक्रम सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) की ओर से लाया गया है, जिसे राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (NHA) जमीनी स्तर पर पुलिस और अस्पतालों के साथ समन्वय करते हुए क्रियान्वित करेगा।
सभी तरह की सड़क दुर्घटनाओं पर होगा लागू
पायलट कार्यक्रम के तहत घायल दुर्घटना की तारीख से 7 दिनों के भीतर कैशलेस उपचार का हकदार होगा। साथ ही यह किसी भी श्रेणी की सड़क पर वाहनों से होने वाली दुर्घटनाओं पर लागू होगी। इलाज मुहैया कराने के लिए अस्पतालों के खर्चे के दावों की प्रतिपूर्ति मोटर वाहन दुर्घटना निधि से की जाएगी। कार्यक्रम को MoRTH की eDAR एप्लिकेशन और NHA के लेन-देन प्रबंधन प्रणाली (TMS) की कार्यक्षमता को मिलाकर एक IT प्लेटफॉर्म के माध्यम से कार्यान्वित किया जाएगा।
नतीजों के आधार पर पूरे देश में लागू करने का विचार
भारत सड़क दुर्घटनाओं में सबसे अधिक मौतों वाले देशों में शीर्ष पर है। 2022 में हुई करीब 4.61 लाख सड़क दुर्घटनाओं में यहां लगभग 1.68 लाख लोगों की मौत हुई। देश में सड़क दुर्घटनाओं के शिकार लोगों की अक्सर दुर्घटना के बाद अस्पताल में भर्ती होने में देरी कारण मृत्यु हो जाती है, जिसे गोल्डन ऑवर कहा जाता है। पायलट कार्यक्रम के नतीजे के आधार पर सरकार पूरे देश में कैशलेस इलाज सुविधा लागू करने पर विचार करेगी।