लखनऊ: महिला पुलिस अधिकारी के बेटे को कुचलने वाले गिरफ्तार, प्रभावशाली परिवारों से है रिश्ता
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) श्वेता श्रीवास्तव के 12 वर्षीय इकलौते बेटे नैमिष श्रीवास्तव को SUV कार से कुचलने वाले 2 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। आजतक के मुताबिक, आरोपियों की पहचान सार्थक सिंह और देवश्री वर्मा के तौर पर हुई है। सार्थक एमिटी विश्वविद्यालय में बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (BBA) का छात्र है, जबकि देवश्री कानपुर के सराफा परिवार से है। पुलिस दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
150 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से रेस कर रहे थे आरोपी
रिपोर्ट के मुताबिक, सार्थक के पिता रविंद्र सिंह बाराबंकी के रामनगर से जिला पंचायत सदस्य रह चुके हैं। वह समाजवादी पार्टी (SP) से जुड़े बताए जाते हैं, जबकि देवश्री के चाचा अंशुल वर्मा कानपुर में सराफा कारोबारी हैं। पुलिस ने बताया कि देवश्री अपने चाचा की कार लेकर आया था और दोनों रेस लगा रहे थे। दोनों में होड़ थी कि वे 150 की गति से कार को दौड़ाएंगे। इस बीच वे नैमिष श्रीवास्तव को कुचलते हुए निकल गए।
क्या है मामला?
मंगलवार सुबह नैमिष अपनी मां श्वेता के साथ सैर पर निकले थे। उनकी मां पैदल चल रही थीं, जबकि नैमिष स्केटिंग का अभ्यास कर रहे थे। तभी गोमतीनगर के जेनेश्वर मिश्र पार्क के पास तेज रफ्तार सफेद रंग की कार ने नैमिष को कुचल दिया। उनको अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। हादसे के बाद आरोपियों को खोजने में 5 टीमें लगाई गईं और CCTV फुटेज खंगाले गए। श्वेता विशेष जांच दल (SIT) में तैनात हैं।