मर्सिडीज की ज्यादा इलेक्ट्रिक कारों को भारत में असेंबल करने की योजना, क्या होगा फायदा?
क्या है खबर?
जर्मनी लग्जरी कार निर्माता मर्सिडीज-बेंज अपने भारतीय प्लांट में अधिक इलेक्ट्रिक कार असेंबल करने पर विचार कर रही है।
कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, यह निर्णय लागत में बचत करने के साथ शून्य-उत्सर्जन गतिशीलता और कार्बन-तटस्थता के लक्ष्यों को पूरा करने में भी मददगार होगा।
वर्तमान में मर्सिडीज-बेंज इंडिया अपने चाकन प्लांट में EQS इलेक्ट्रिक सेडान को असेंबल करती है और बाजार की मांग के आधार पर अन्य मॉडल्स के स्थानीयकरण का मूल्यांकन कर रही है।
बयान
EVs की असेंबली को लेकर कंपनी ने यह कहा
कंपनी के प्रबंध निदेशक संतोष अय्यर ने PTI को बताया, "हमारा अंतिम लक्ष्य शून्य उत्सर्जन गतिशीलता और कार्बन तटस्थ सेटअप हासिल करना है, जिसमें टेलपाइप उत्सर्जन, कार की पुनर्चक्रण क्षमता से लेकर इनके उत्पादन से उत्पन्न होने वाले कार्बन फुटप्रिंट शामिल है।"
उन्होंने आगे कहा, "इसलिए EV का उत्पादन तार्किक कदम था और बाजार की मांग में बदलाव के साथ हम उस दिशा में आगे बढ़ते रहेंगे। मुझे लगता है कि स्थानीयकरण हमें लागत में लाभ पाने में मदद करेगा।"
लक्ष्य
इस वर्ष तक शून्य कार्बन उत्सर्जन का है लक्ष्य
मर्सिडीज-बेंज ने 2039 तक अपने नए वाहनों के पूरे बेड़े के लिए शुद्ध कार्बन तटस्थता प्राप्त करने का वैश्विक लक्ष्य निर्धारित किया है।
इसी दौरान कंपनी ने दुनियाभर में स्थापित अपने प्लांट्स के लिए पूरी तरह से नवीकरणीय ऊर्जा पर काम करने की योजना है, जिससे शून्य CO2 उत्सर्जन हो।
मर्सिडीज-बेंज भारत में 4 इलेक्ट्रिक वाहन- EQS, EQA, EQB और EQE बेचती है, लेकिन इनमें से केवल एक EQS को चाकन प्लांट में अक्टूबर, 2022 से असेंबल कर रही है।