
FTA से लग्जरी कारों की कीमत पर नहीं पड़ेगा ज्यादा असर, इन कंपनियों ने बताया कारण
क्या है खबर?
मर्सिडीज-बेंज और BMW ने भारत-यूनाइटेड किंगडम (UK) के बीच मुक्त व्यापार समझौते (FTA) को एक सकारात्मक विकास बताया है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा है कि इसका देश में लग्जरी कारों की कीमतों पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा।
पिछले सप्ताह दोनों देशों ने FTA पर हस्ताक्षर किए, जिससे भारतीय निर्यात पर टैरिफ कम हो जाएगा।
इससे ब्रिटिश कंपनियों के लिए भारत को व्हिस्की, कार और अन्य उत्पादों का निर्यात करना आसान हो जाएगा। साथ ही समग्र व्यापार को बढ़ावा मिलेगा।
मर्सिडीज-बेंज
मर्सिडीज-बेंज ने क्या कहा?
मर्सिडीज-बेंज के प्रबंध निदेशक और CEO संतोष अय्यर ने PTI को बताया, "भारत में हम जितनी कारें बेचते हैं, उनमें से लगभग 95 फीसदी कंपलीट नॉकडाउन (CKD) यूनिट के रूप में आती हैं।"
उन्होंने आगे बताया कि CKD रूट से आने का मतलब है कि आज भी इन पर मुश्किल से 15-16 फीसदी शुल्क लगता है। ऐसे में FTA के बाद कीमतों में भारी गिरावट नहीं आएगी।
उन्होंने कहा कि दूसरा महत्वपूर्ण कारक आयातित कारों के लिए कोटा-आधारित सिस्टम है।
BMW
FTA को लेकर BMW ने यह कहा
BMW के अध्यक्ष और CEO विक्रम पावाह ने कहा कि भारतीय लग्जरी कार सेगमेंट पर प्रभाव तब स्पष्ट हो जाएगा, जब इसके बारे में पूरी जानकारी सामने आएगी।
दोनों देशों के बीच हुए नए व्यापार मुक्त समझौते के तहत ब्रिटेन से आयात होने वाली लग्जरी गाड़ियों पर शुल्क 100 से घटाकर सिर्फ 10 प्रतिशत कर रह जाएगा।
यह रियायत निर्धारित कोटा तक सीमित है, जो ICE और इलेक्ट्रिक मॉडल के लिए अलग-अलग होगा।