कभी खूब बिकती थीं इन ब्रांड की गाड़ियां, अब हो चुकी हैं बंद
बीते कुछ सालों में जहां एक तरफ कुछ कंपनियों की लेटेस्ट कार और बाइक की खूब मांग चल रही है। वहीं दूसरी तरफ कुछ ने अपने कारोबार को समेट लिया है। असल में खराब बिक्री के कारण कुछ ब्रांड मार्केट में बनी रहने में नाकाम हो जाते हैं। आज हम ऐसी ही पांच कंपनियों के बारे में बात करने जा रहे हैं जो कभी जबरदस्त वाहनों का निर्माण करती थी लेकिन आज मार्केट से पूरी तरह गायब हो चुकी हैं।
हिंदुस्तान मोटर्स
नयी कंपनियों के आने से बहुत पहले अंबेसडर और कॉन्टेसा कार भारतीय सड़को पर राज करती थी। दोनों वाहनों में एक जैसे ही इंजन लगे हुए थे, लेकिन 2002 में कॉन्टेसा ने अपना प्रोडक्शन बंद कर दिया। दूसरी तरफ, हिंदुस्तान मोटर्स ने 2014 के करीब अंबेसडर का प्रोडक्शन बंद कर दिया, जबकि 2017 में बिरला ग्रुप ने अंबेसडर ब्रांड को फ्रांस की कारमेकर कंपनी पलूजो के हाथ बेच दिया। यह 80 करोड़ रुपये की डील थी।
साब ऑटोमोबाइल
साब ऑटोमोबाइल स्वीडन की एक वाहन निर्माता कंपनी थी, इसकी स्थापना 1945 में हुई थी। उस समय कंपनी की कार साब 900 काफी लोकप्रिय थी, लेकिन समय के साथ कंपनी को बिक्री में नुकसान होने लगा और 2000 में जनरल मोटर्स (GM) ने इसे खरीद लिया। दूसरी ओर, GM ने 2010 में इस ब्रांड को एक छोटे कार निर्माता को बेच दिया, लेकिन पैसे की कमी के कारण यह भी खुद को बनाए रखने में विफल रही।
पोंटियाक
पोंटियाक अपने दिनों में एक लोकप्रिय वाहन कंपनी थी। इसे जनरल मोटर्स (GM) द्वारा डिजाइन किया गया था। पोंटियाक ब्रांड कम कीमत पर शानदार वाहन पेश करने के लिए जानी जाती थी। 1980 के दशक के अंत में सिल्वर स्ट्रीक जैसी गाड़ियों को लॉन्च करने के बाद यह अमेरिका का तीसरा सबसे लोकप्रिय घरेलू ब्रांड बन चुकी थी, लेकिन 1990 के दशक में विदेशी ब्रांडों के आकर्षण के कारण यह युवा उपभोक्ताओं को लुभाने ने नाकाम रही।
प्लायमाउथ
क्रिसलर कंपनी ने 1928 में फोर्ड और शेवरले जैसे दिग्गज निर्माताओं को कम कीमत वाली श्रेणी में टक्कर देने के लिए प्लायमाउथ कंपनी की स्थापना की। कम कीमत वाली लोकप्रिय मिनीवैन और प्लायमाउथ वोयाजर जैसी वाहनों की बिक्री के माध्यम से इसने 1990 के दशक में बाजार में काफी लोकप्रियता हासिल कर ली। हालांकि, प्लायमाउथ ने 75 सालों तक गाड़ियों का निर्माण किया और बिक्री में गिरावट के कारण 2001 में इसने अपने कारोबार को समेट लिया।
हमर
हमर इन सभी कार कंपनियों में सबसे नयी थी। इसे 1992 में AM जनरल द्वारा मिलिट्री हमवी के सिविलियन वेरिएंट के रूप में पेश किया गया था। हमर ब्रांड चलने में नाकाम रहा, जिसका कारण आर्थिक मंदी, डिजाइन और ब्रांड के खराब प्रबंधन को माना जाता है। 2010 में GM मोटर्स ने ट्रक और SUV सेगमेंट में इसे फिर से स्थापित करने के लिए ब्रांड को खरीद लिया और इसके कुछ मॉडल्स अब बिक्री के लिए उपलब्ध हैं।
क्यों बंद हो जाती हैं कुछ कंपनियां
मार्केट में बनी रहने के लिए ऑटो कंपनियों को लगातार निवेश के साथ साथ नए विकल्पों की पेशकश करनी होती है। कुछ निर्माता ऐसा नहीं कर पाते और परिणामस्वरूप इन कंपनियों को अपने कारोबार समाप्त करने पड़ जाते हैं।