नया वाहन खरीदने पर महिंद्रा के शोरुम पर स्क्रैप करें पुराना, नहीं जाना होगा स्क्रैपिंग एजेंसी
ऑटो कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा ग्राहकों को कंपनी के शोरुम पर ही नया वाहन खरीदते समय पुराना वाहन स्क्रैप यानी नष्ट करने की सुविधा दे रही है। नई स्क्रैपेज पॉलिसी के तहत अब देश में ज्यादा पुराने वाहनों का उपयोग बंद कराने के लिए नए-नए नियम लाए जा रहे हैं ताकि उनसे होने वाले प्रदूषण को रोकने में मदद मिल सके। इसको देखते हुए ही महिंद्रा ने यह कदम उठाया है ताकि ग्राहक आसानी से पुराने वाहन स्क्रैप करा पाएं।
अब शोरुम पर ही स्क्रैप करा पाएंगे पुराना वाहन
15 साल से ज्यादा पुराने वाहनों को स्क्रैप करने की सुविधा अपने ही शोरुम पर देने के लिए महिंद्रा ने अपनी सहयोगी कंपनी सीरो के साथ हाथ मिलाया है। हालांकि, अभी इसकी कोई जानकारी नहीं है कि कंपनी सरकार द्वारा ग्राहकों को पुराने वाहनों को स्क्रैप कराने पर दिए जा रहे डिस्काउंट के अतिरिक्त अपने शोरुम पर वाहन स्क्रैप कराने वाले ग्राहकों को नया खरीदने पर कोई अन्य डिस्काउंट देगी या नहीं।
क्या होगा इसका फायदा?
महिंद्रा के अनुसार कंपनी की इस पहल से उन ग्राहकों को कई सुविधाएं मिलेंगे, जो अपने पुराने वाहन को नष्ट कर नया खरीदने के इच्छुक हैं। उन्हें अपने वाहन को स्क्रैप कराने के लिए किसी स्क्रैपिंग एजेंसी और डीलर के पास जाने की जरूरत नहीं होगी। वे अपनी पुरानी कार के साथ सीधे महिंद्रा के शोरुम पर आ सकते हैं और वहां से अपनी पुरानी कार को स्क्रैप कर महिंद्रा की नई कार अपने घर ले जा सकते हैं।
सीरो है भारत का पहला अधिकृत सिराइकलर
जानकारी के लिए बता दें कि मोटर वाहनों के लिए भारत का पहला अधिकृत रिसाइकलर सीरो, महिंद्रा एक्सेलो और सरकार के स्वामित्व वाले MSTC के बीच एक संयुक्त उद्यम है। यह महिंद्रा MSTC रीसाइक्लिंग प्राइवेट लिमिटेड नाम से पंजीकृत है। इकोनॉमिक्स टाइम्स के अनुसार महिंद्रा इंटरट्रेड के मैनेजिंग डायरेक्टर (MD) सुमित इस्सर ने बताया कि उनके पास ग्रेटर नोएडा, पुणे और चेन्नई में केंद्र हैं और मुंबई, बैंगलोर, हैदराबाद, अहमदाबाद, जयपुर और चंडीगढ़ जैसे शहरों में डिस्मैंटलिंग सेंटर्स हैं।
सरकार पुराने वाहन स्क्रैप करने पर दे रही डिस्काउंट
नई स्क्रैपेज पॉलिसी के तहत पुराने वाहन नष्ट करने वाले ग्राहकों को नया खरीदने पर पांच प्रतिशत की छूट मिलेगी। कुछ समय पहले केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इसकी घोषणा की थी। नई स्क्रैपेज पॉलिसी के तहत अब 20 साल पुराने निजी और 15 साल पुराने कर्मशियल वाहनों को स्वास्थ्य और प्रदूषण परीक्षणों से होकर गुजरना होगा। विफल होने वाले वाहनों को नष्ट कर दिया जाएगा।