बर्फीले रास्तों पर गाड़ी लेकर जाने से पहले इन बातों का जरूर रखें ध्यान
हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर जैसे इलाकों में इन दिनों बर्फबारी हो रही है, जिससे देखने के लिए बड़ी तादाद में सैलानी परिवार के साथ अपनी कार पहुंच रहे हैं। ज्यादातर लोगों को यहां की बर्फीली सड़कों पर गाड़ी चलाने का अनुभव नहीं होता है। ऐसे में उनकी चूक हादसे का कारण बन सकती है। अगर आप भी कार से इन इलाकों में घूमने जाने का विचार बना रहे हैं तो ड्राइविंग के दौरान कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
स्टीयरिंग, एक्सीलेटर और ब्रेक का सही उपयोग
बर्फ में सुरक्षित ड्राइविंग के लिए स्टीयरिंग व्हील, एक्सीलेटर और ब्रेक का सुचारू होना बेहद जरूरी होता है। किसी भी झटकेदार कार्रवाई से फिसलन भरी सड़क पर टायर्स नियंत्रण खोल सकते हैं। इसलिए पहियों को तेजी से मोड़ने, तेजी से ब्रेक लगाने और एकदम से गति बढ़ाने से आपकी कार फिसल सकती है। ऐसे में बहुत जरूरी है कि आप गाड़ी को बहुत स्मूथ तरीके से चलाएं। ताकि, गाड़ी बिना नियंत्रण खोए एक सही दिशा में आगे बढ़ सके।
चढ़ाई और ढलान पर बरतें सावधानी
पहाड़ी और ढलान पर गाड़ी चलाते समय ज्यादा सावधानी बरतनी चाहिए। बर्फ के ऊपर कार चलाते हुए टायर्स के फिसलने का खतरा रहता है। टायर को रोकने और कंट्रोल बनाए रखने में दिक्कत आती है। कार ड्राइविंग विशेषज्ञ कहते हैं कि अगर, आपकी गाड़ी सड़क पर पकड़ खोने लगे तो अपने पैर को एक्सीलेटर से हटा लें। आप जिस दिशा में आगे बढ़ना चाहते हैं तो उस दिशा में कार को आराम से धीरे से स्टीयरिंग करें।
रफ्तार पर रखें कंट्रोल
बर्फ वाली सड़क पर कार को धीमी रफ्तार में चलाना सही रहता है और सड़क पर दूर तक निगाह रखना जरूरी है। मोड आने पर पहले से ही संभल जाएं। गीली या बर्फीली सड़क पर ब्रेक लगाने के दौरान आपकी गाड़ी रुकने में ज्यादा समय लेती है और थोड़ा दूर जाकर रुकती है। ऐसे में सड़क पर पूरा ध्यान लगाकर गाड़ी को आगे बढ़ाएं, जिससे कोई भी विकट परिस्थिति आने पर सही समय पर ब्रेक लगाकर गाड़ी को रोक पाएंगे।
इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर की वॉर्निंग लाइट्स पर रखें नजर
बर्फीली सड़क पर गाड़ी चलाते समय आपका ध्यान इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर पर खास निगरानी रखने की जरूरत है, जिसमें तरह-तरह की वॉर्निंग लाइट्स आपको सतर्क करती रहती हैं। अगर, स्टेबिलिटी कंट्रोल सिस्टम की वॉर्निंग लाइट जल रही है तो यह संकेत देता है कि पहिए फिसल रहे हैं। यह दिखने पर आप एक्सीलेटर को धीमा कर दें, ताकि टायर अपनी पकड़ फिर से हासिल कर लें। गाड़ी को मोड़ते समय भी यह लाइट आपको सावधान रखने के लिए सचेत करती है।
एंटी-लॉक-ब्रेक सिस्टम को मिलता है फायदा
जब कोई तरीका काम नहीं करता तो आपको बर्फ जितनी जल्दी हो सके रुकने की आवश्यकता होती है, जिसमें एंटी-लॉक-ब्रेक सिस्टम (ABS) आपकी मदद करेगा। वर्तमान में आने वाली ज्यादातर लेटेस्ट कार ABS से लैस हैं, जो विपरीत परिस्थितियों में ऑटोमैटिक ब्रेकिंग के लिए ऑनबोर्ड कंप्यूटर का उपयोग करता है। जब आपको लगता है कि आप गाड़ी को फिसलने से नहीं रोक पा रहे हैं तो ABS सभी पहियों में समान ब्रेक लगाकर गाड़ी को फिसलने से रोकता है।
सफर पर निकलने से पहले जरूर चेक करें ये बातें
अपनी कार की खिड़कियों और छत से बर्फ को नियमित साफ करते रहें। हमेशा बर्फ को अच्छी तरह से साफ करने के बाद ही गाड़ी ड्राइव पर निकालें। सफर से पहले सड़क पर अधिकतम विजिबिलिटी जरूर पता कर लें। साथ ही अपनी कार की हेडलाइट, ब्रेक, टेललाइट, बैटरी और वाइपर को चेक कर लेना ठीक रहता है। कई महंगी गाड़ियों में ट्रैक्शन कंट्रोल, स्टेबिलिटी कंट्रोल और ऑल-व्हील ड्राइव सिस्टम होते हैं, जो सुरक्षित ड्राइविंग में मददगार होते हैं।