मानसून: हिमाचल में 128 सड़कें बंद, उत्तर प्रदेश के 5 जिलों में बाढ़ जैसे हालात
देश भर में बारिश से चलते कई राज्यों में बाढ़ जैसे हालात हैं। हिमाचल प्रदेश में बाढ़ और भूस्खलन से करीब 128 सड़कें बंद हैं। राज्य में 27 जून से 9 अगस्त तक बारिश संबंधित घटनाओं के कारण 100 लोगों की मौत हुई है। उत्तर प्रदेश के भी 5 जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं। इसके अलावा राजस्थान, बिहार, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़ और हरियाणा में भी बारिश के चलते नदी-नाले उफान पर हैं।
हिमाचल प्रदेश को 842 करोड़ रुपये का नुकसान
हिमाचल के आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, बारिश के कारण 44 बिजली और 67 जलापूर्ति योजनाएं बाधित हुई हैं। मौसम विभाग ने आज मंडी, सिरमौर, शिमला और कुल्लू जिलों के अलग-अलग हिस्सों में हल्के से मध्यम स्तर की बाढ़ का खतरा होने की चेतावनी भी दी है। अधिकारियों ने बताया कि 27 जून से 9 अगस्त के बीच बारिश से संबंधित घटनाओं से राज्य को लगभग 842 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
दिल्ली में दीवार गिरने से 2 लोग दबे
दिल्ली और NCR के कई हिस्सों में लगातार दूसरे दिन बारिश के कारण जलभराव और ट्रैफिक जाम की स्थिति पैदा हो गई है। द्वारका में एक स्कूल की दीवार पर पेड़ गिरने से 2 लोग घायल हो गए हैं। मॉडल टाउन इलाके के महेंद्रू एनक्लेव में भी एक बिल्डिंग गिरने की खबर है। आशंका है कि बिल्डिंग के मलबे में कई लोग दबे हैं। दमकल और अन्य बचाव दल मौके पर मलबे को हटाने का काम कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश: गंगा घाट के 500 से ज्यादा मंदिर डूबे
उत्तर प्रदेश के कम से कम 10 जिलों में तेज बारिश हो रही है और 5 जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं। बलिया और वाराणसी में गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। गंगा किनारे के 500 से ज्यादा मंदिर भी डूब गए हैं। दैनिक भास्कर के मुताबिक, प्रयागराज में गंगा और यमुना नदी का पानी एक हजार से ज्यादा घरों में घुस चुका है। यहां करीब 5 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं।
बिहार में कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर
बिहार में गंगा और गंडक समेत कई नदियां उफान पर हैं। सहरसा के में कोसी नदी का पानी एक दर्जन से अधिक गांवों में घुस गया है। मुंगेर में भी गंगा के पानी से करीब 20 गांवों में बाढ़ जैसे हालात हैं। पटना के हाथीदह में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है। कोसी, गंडक, बूढ़ी गंडक और बागमती नदियां भी कई जिलों में खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
राजस्थान में भी बाढ़ जैसे हालात
राजस्थान के 11 जिलों में बारिश का दौर जारी है। करौली, हिंडौन, कोटा, टोंक और जयपुर में बारिश से लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहां कई घरों और दुकानों में पानी घुस गया है। टोंक में 1 घंटे में 3 इंच से ज्यादा पानी बरसा है। डीग में मकान गिरने से मां-बेटी की मौत हो गई है। बिकानेर में भी 2 लोगों की मौत की खबर है। कोटा बैराज के 2 गेट खोले गए हैं।
देश में अब तक 7 प्रतिशत ज्यादा बारिश
मानसून के दौरान 9 अगस्त तक आमतौर पर 526 मिलीमीटर बारिश होती है। अब तक 563 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है। मौसम विभाग (IMD) ने 11 अगस्त को 16 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, उत्तर प्रदेश में 14 अगस्त तक भारी बारिश की संभावना है। इसी तरह जम्मू-कश्मीर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 10 और 11 अगस्त को मध्यम से भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की गई है।