पुरानी कार खरीदने से पहले जरूर चेक करें एक्सीडेंट का इतिहास, ऐसे लगाएं आसानी से पता
किफायती कीमत में फीचर्स से भरपूर विकल्पों के चलते वर्तमान में सेकेंड हैंड कार बाजार जबरदस्त उछाल पा रहा है। पुरानी कार खरीदने से पहले कई बातों को ध्यान रखने की जरूरत होती है। कई लोग सेकेंड हैंड गाड़ी खरीदते समय भारी गलती कर देते हैं, जिनमें से एक्सीडेंट का इतिहास ना चेक करना आम है। अगर दुर्घटनाग्रस्त कार लेते हैं, तो उसको ठीक करवाने के लिए काफी पैसे खर्च करने पड़ेंगे। जानते हैं एक्सीडेंट हिस्ट्री कैसे चेक करते हैं।
मैनुअल तौर पर ऐसे करें पता
किसी कार की एक्सीडेंट हिस्ट्री का पता लगाने का सबसे आसान तरीका उसका सर्विस रिकॉर्ड चेक करना है, जिसमें रखरखाव, बीमा क्लेम आदि की जानकारी से इसकी जानकारी मिल सकती है। साथ ही बॉडी पैनल या दरवाजों में गैप आना, विंडशील्ड पर स्क्रैच या दरार आना और बाहरी हिस्से पर डेंट या स्क्रैच के निशान भी दुर्घटना के संकेत होते हैं। इसके अलावा दुर्घटना के निशान छुपाने के लिए कार पर दोबारा पेंट के निशान भी इसका संकेत देते हैं।
ऑनलाइन ऐसे पता करें एक्सीडेंट हिस्ट्री
एक्सीडेंट हिस्ट्री को ऑनलाइन भी चेक कर सकते हैं। इसके लिए गाड़ी का रजिस्ट्रेशन नंबर पता करें। अब आपको क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (RTO) की वेबसाइट पर जाना होगा। यहां अपना राज्य और RTO लोकेशन चुनने के बाद व्हीकल इंफार्मेंशन सेक्शन मिलेगा। इसमें रजिस्ट्रेशन नंबर दर्ज करने पर पता चल जाएगा कि कार कितनी बार दुर्घटनाग्रस्त हुई है और क्या इसे स्क्रैप्ड घोषित किया है या नहीं। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की वेबसाइट पर भी इसे चेक कर सकते हैं।