फोर्ड वापस बुला रही 30,000 से ज्यादा गाड़ियां, जानें क्या है रिकॉल का कारण
ऑटो कंपनी फोर्ड अपनी कारों की 30,000 से ज्यादा यूनिट्स को वापस बुला रही है। ये रिकॉल प्रक्रिया टेलपाइप एमिशन में हुई खराबियों की वजह से की जा रही है। इसके लिए कंपनी संभावित रूप से प्रभावित वाहनों के मालिकों से रजिस्टर्ड वर्कशॉप द्वारा संपर्क करेगी। आपको बता दें कि सभी खराब हुए मॉडल्स BS6 मानकों पर आधारित हैं। फोर्ड ने कहा है कि वाहन के काम करने या ड्राइविंग सुरक्षा में कोई चिंता की बात नहीं है।
क्या है रिकॉल का कारण?
फोर्ड के अनुसार प्रभावित वाहन एक निश्चित समय तक उपयोग के बाद एग्जॉस्ट टेलपाइप से ज्यादा मात्रा में कार्बन उत्सर्जन करने लगते हैं। इसका पता BS6 टेस्टिंग प्रोसेस के तहत इन-सर्विस टेस्ट के दौरान लगा था।
किन गाड़ियों को किया जाएगा रिकॉल?
फोर्ड ने 1 जनवरी, 2020 से 9 जून, 2021 तक बने इकोस्पोर्ट, फिगो, फ्रीस्टाइल और एस्पायर मॉडल के चुनिंदा डीजल वेरिएंटस को वापस बुलाया है। चुनिंदा मॉडलों में ईकोस्पोर्ट और फिगो के 1.5 लीटर डीजल एम्बिएंट वेरिएंट के साथ-साथ 1.5 लीटर डीजल संचालित एस्पायर और फ्रीस्टाइल को रिकॉल के लिए रखा गया है। इन सभी मॉडल्स को जनवरी और फरवरी, 2020 में BS6 अपग्रेड मिला था और अब तक इससे कुल 31,818 यूनिट्स प्रभावित हुई हैं।
ऐसे जानें आपकी गाड़ी रिकॉल में शामिल है या नहीं
आपकी फोर्ड की कार इस रिकॉल में शामिल है या नहीं यह जानने के लिए आपको फोर्ड इंडिया की वेबसाइट पर जाकर ओनर सेक्शन में जाना होगा। यहां फील्ड सर्विस एक्शन पर क्लिक करके मॉडल के चेसिस नंबर (MA3, उसके बाद 14-अंकीय अल्फा-न्यूमेरिक कोड) दर्ज करके यह पता लगा सकते हैं। ऐसा करते ही रिकॉल में शामिल कारों की लिस्ट सामने आ जाएगी और आपको पता चल जाएगा कि आपकी कार को वापस बुलाया जा रहा है या नहीं।
मारुति ने भी किया है 1.81 लाख यूनिट्स को रिकॉल
देश की सबसे बड़ी कारमेकर मारुति सुजुकी भी अपनी कारों की 1.81 लाख यूनिट्स को वापस बुला रही है। ये रिकॉल प्रक्रिया सुरक्षा संबंधित दोषों और कमियों का पता लगाने और उनमें सुधार करने के लिए है। संभावित कारों में लगे मोटर जेनरेटर यूनिट की जांच की जाएगी और खराबी का पता चलने पर इसे मुफ्त में बदला जाएगा। रिकॉल में सियाज, S-क्रॉस, विटारा ब्रेजा, अर्टिगा और XL6 पेट्रोल मॉडल्स शामिल हैं।