
इलेक्ट्रिक वाहन या CNG कार खरीदने की कर रहे हैं प्लानिंग, जानिए इनके फायदे और नुकसान
क्या है खबर?
भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें आसमान छू रही हैं, इसलिए बहुत सारे ग्राहक किफायती वाहनों को प्राथमिकता दे रहे हैं।
भारत में पिछले 12 महीनों में इलेक्ट्रिक वाहनों और नेचुरल गैस (CNG) से चलने वाली कारों की बिक्री में पहले से कहीं ज्यादा तेजी देखी गई है।
अगर आप भी इलेक्ट्रिक या CNG कार लेने की योजना बना रहे हैं तो हम आपके लिए इन दोनों के फायदे और नुकसान के बारे में जानकारी लेकर आए हैं।
#1
CNG कार
CNG से चलने वाली गाड़ियां किफायती होती हैं और ये नेचुरल गैस से चलती हैं।
मारुति सुजुकी और हुंडई मोटर जैसी कई कंपनियां अपनी बिक्री का एक बड़ा हिस्सा इन्हीं वाहनों से प्राप्त करती हैं। बता दें कि इस साल CNG वाहनों की बिक्री में भी बढ़त देखी गई है। बता दें कि नवंबर तक इनकी बिक्री में 56 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
पिछले आठ महीनों में भारत में कुल 1,36,357 CNG गाड़ियों की बिक्री हुई है।
फायदे
CNG कार के फायदे
ईंधन से चलने वाले वाहनों की तुलना में CNG कारों का मैंटेनैंस कम होता है और ग्राहकों पर पेट्रोल या डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों का असर नहीं पड़ता।
हालांकि, हाल ही में CNG की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है, लेकिन ये पेट्रोल और ईंधन की कीमतों से काफी कम है।
आपको बता दें कि दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत अब 95.41 रुपये है, जबकि एक किलो CNG की कीमत 53.04 रुपये है।
फायदा
पेट्रोल या डीजल से भी चल सकती हैं CNG गाड़ियां
CNG गाड़ियों में ग्राहकों को पेट्रोल या डीजल से भी चलाने का विकल्प मिलता हैं। इसलिए, यदि कभी CNG खत्म हो जाती है, तो कार को अगले फ्यूल स्टेशन तक ले जाने के लिए कोई चिंता नहीं होती।
ईंधन से चलने वाली गाड़ियों की तुलना में ये कम प्रदूषण करती हैं। यही वजह है कि दिल्ली सरकार ने वाहनों के प्रदूषण को कम करने के लिए सम-विषम योजना के दौरान इन कारों को सड़कों पर चलने से छूट दी थी।
नुकसान
CNG कार के नुकसान
CNG किट को फिट करने के लिए कार के बूट स्पेस में सिलेंडर लगाया जाता है, जिससे यात्रा के दौरान सामान रखने में काफी दिक्कत आती है।
लोग अक्सर CNG से चलने वाली गाड़ियां ले लेते हैं लेकिन हर जगह रिफिलिंग स्टेशन ना होने के कारण बाद में इन्हे पेट्रोल या डीजल से चलानी पड़ती है।
बता दें कि तेल से चलने वाली गाड़ियों की तुलना में CNG कारों का पावर आउटपुट भी 10 प्रतिशत तक कम रहता है।
#2
इलेक्ट्रिक वाहन
इलेक्ट्रिक वाहनों को ग्राहकों द्वारा खूब पसंद किया जा रहा है। इलेक्ट्रिक वाहन कई लाभ प्रदान करते हैं, लेकिन पारंपरिक ईधन से चलने वाली कारों की तुलना में उनके कुछ नुकसान भी हैं।
आपको बता दें कि इस साल नवंबर में 42,067 इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री हुई थी, जबकि 2020 में इसी महीने सिर्फ 12,858 यूनिट्स की बिक्री हुई थी।
इस साल अप्रैल से दिसंबर की शुरुआत तक भारत में लगभग 1.98 लाख इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री हुई है।
फायदे
इलेक्ट्रिक वाहन के फायदे
इलेक्ट्रिक गाड़ियों में बहुत कम मूविंग पार्ट्स होते है जिससे इनका रख-रखाव ज्यादा खर्चीला नहीं होता।
बढ़ते प्रदूषण की वजह से ग्लोबल वार्मिंग एक खतरे के रूप में उभर रहा है। लेकिन इलेक्ट्रिक गाड़ियां केवल बैटरी और मोटर से चलतीं हैं इसलिए ये वायु प्रदूषण को बढ़ावा नहीं देती।
इलेक्ट्रिक गाड़ियां ग्राहकों के लिए एक किफायती विकल्प है, ये एक बार चार्ज करने पर काफी अच्छी रेंज प्रदान करती हैं।
नुकसान
इलेक्ट्रिक वाहन के नुकसान
बता दें कि ईधन से चलने वाली गाड़ियों की तुलना में इलेक्ट्रिक गाड़ियां कीमती होती हैं, इसलिए ज्यादतर ग्राहक इन्हे खरीदने से कतराते हैं।
दूसरी तरफ कम चार्जिंग स्टेशन होने के नाते इन्हें हर जगह चार्ज भी नहीं किया जा सकता।
अधिकांश इलेक्ट्रिक गाड़ियां एक बार चार्ज करने पर सीमित किलोमीटर की रेंज प्रदान करती है और इसलिए इन्हे लॉन्ग ड्राइव पर ले जाना थोड़ा मुश्किल भरा साबित हो सकता है।