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इन कारणों से पेट्रोल कारों की तुलना में ज्यादा माइलेज देती हैं डीजल कारें
डीजल कारें पेट्रोल की तुलना में ज्यादा माइलेज देती है

इन कारणों से पेट्रोल कारों की तुलना में ज्यादा माइलेज देती हैं डीजल कारें

Feb 12, 2022
05:30 pm

क्या है खबर?

भारत में ज्यादातर लोग पेट्रोल के मुकाबले डीजल गाड़ियों को ज्यादा पसंद करते हैं। इसकी सबसे मुख्य वजह इन गाड़ियों से मिलने वाली माइलेज है। माइलेज का सीधा असर ईंधन की खपत से होता है। आमतौर पर एक डीजल कार एक समान क्षमता वाले पेट्रोल मॉडल की तुलना में लगभग 25 प्रतिशत अधिक माइलेज देती है। इसलिए आज हम जानेंगे कि डीजल कारें समान क्षमता वाली पेट्रोल गाड़ियों की तुलना में अधिक माइलेज क्यों देती हैं।

#1

ज्यादा ऊर्जा देता है डीजल

पेट्रोल की तुलना में डीजल कारें ज्यादा ऊर्जा देती हैं। एक लीटर डीजल एक लीटर पेट्रोल की तुलना में अधिक ऊर्जा पैदा करता है। इस बात को ऐसे समझा जा सकता है कि डीजल में 38.6 मेगाजूल प्रति लीटर ऊर्जा होती है, जबकि पेट्रोल में 34.8 मेगाजूल। डीजल की छोटी मात्रा भी एक निश्चित मात्रा में पावर जनरेट कर सकती है, जबकि उतनी ही पावर को जनरेट करने के लिए पेट्रोल कारों को ज्यादा मात्रा की जरूरत होती है।

#2

डीजल कारों में होती है कम ईंधन खपत

डीजल इंजन में ईंधन को सीधे सिलेंडर में स्प्रे किया जाता है। इस वजह से इसमें ईंधन की कम खपत होती है। दूसरी तरफ डीजल की बर्निंग कैपेसिटी भी पेट्रोल से बेहतर होती है। यह धीरे-धीरे जलता है। इस तरह यह काफी देर तक जलता रहता है और इस कारण डीजल इंजन उच्च rpm रेंज तक नहीं पहुंच पाता। यही तकनीक अब पेट्रोल इंजन में बेहतर माइलेज देने के लिए अपनाई जा रही है।

#3

स्पार्क की नहीं होती जरूरत

डीजल ईंधन पेट्रोल जितना ज्वलनशील नहीं होता है। हालांकि, उच्च तापमान पर यह खुद से जल सकता है। डीजल इंजन इस सिद्धांत पर काम करते हैं, जहां हवा को सिलेंडर में लगभग 18:1 या 21:1 के अनुपात में कंप्रेस किया जाता है और कंप्रेस हवा गर्मी पैदा करती है। जब इंजन सिलेंडर के अंदर का तापमान 210 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो जाता है, तो थोड़े से डीजल को सिलेंडर में स्प्रे किया जाता है जिससे यह जल जाता है।

#4

ज्यादा टॉर्क बनाता है डीजल

टॉर्क वह टर्निंग फोर्स है जो इंजन उत्पन्न करता है। ज्यादातर डीजल इंजन कम rpm पर आता है, इसलिए इंजन को बहुत अधिक घुमाए बिना दूर जाना आसान होता है। दूसरे शब्दों में डीजल इंजन में हवा को बेहतर ढंग से संपीड़ित करने के लिए लंबे पिस्टन और कनेक्टिंग रॉड की जरूरत होती है। पिस्टन की बढ़ी हुई लंबाई से इसमें पेट्रोल इंजन की तुलना में बेहतर टर्निंग फोर्स मिलता है और ज्यादा टॉर्क जनरेट होता है।