हिमस्खलन से पहले और इसमें फंस जाने पर क्या करना चाहिए?
सर्दियों के दौरान ऊंची पर्वतीय भागों में भारी बर्फबारी के कारण हिमस्खलन होने की संभावना काफी बढ़ जाती है, इसलिए पर्वतीय जगहों पर रहने वाले लोगों को इससे बचने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए। हाल ही में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) ने ट्वीट के जरिए बताया है कि हिमस्खलन से पहले, इसमें फंस जाने पर क्या करना सही है। आइए आज हम आपको इसी के बारे में विस्तार से बताते हैं।
हिमस्खलन क्या है?
ऊंची पर्वतीय जगहों पर इकट्ठी बर्फ की परतों में अस्थिरता आने की वजह से हिमस्खलन की स्थिति उत्पन्न होती है। बता दें कि भारी बर्फबारी, तेजी से चलने वाली हवा, स्टीपर ढलान और भूकंप आदि कारणों से बर्फ की परतों में अस्थिरता आ सकती है।
हिमस्खलन के लिए ऐसे रहें तैयार
अखबार, रेडियो और टीवी आदि के जरिए मौसम की जानकारी लेते रहें। अगर आपके इलाके में हिमस्खलन की आधिकारिक चेतावनी जारी हो गई है तो इसके बाद घर में रहें और बाहर जाने से बचें। खड़ी ढलानों जैसी असुरक्षित जगहों पर न जाएं। बचाव के लिए आपातकालीन मार्ग पहले से निर्धारित कर लें। अगर आप ट्रेकिंग पर हैं तो अपने मार्ग पर कपड़े या फिर किसी भी अन्य चीज से अपने रास्ते पर निशान छोड़ते जाएं।
जब हिमस्खलन से घिर जाएं तो करें ये काम
अगर अचानक से हिमस्खलन आ जाता है तो तुरंत किसी सतह के निकट या फिर किनारों की ओर जाएं और किसी मजबूत चीज को कसकर पकड़े। अगर आप हिमस्खलन में फंस गए हैं तो तैराकी अवस्था से अपने हाथ-पैरों का इस्तेमाल करना और सांस लेने की जगह बनाकर खुद को ऊपर की ओर धकलने की कोशिश करना। वहीं, इस दौरान अपना एक हाथ ऊपर की तरफ रखना रक्षक दल या फिर कोई अन्य व्यक्ति आपको बर्फ से बाहर निकाल सके।
NDMA ने बताया हिमस्खलन से बचने का तरीका
हिमस्खलन के बाद इन बातों का रखें ध्यान
अगर किसी ऊंची पर्वतीय जगह पर हाल ही में हिमस्खलन हुआ है तो वहां घूमने या फिर ट्रेकिंग आदि का प्लान न बनाएं क्योंकि हो सकता है कि वहां की बर्फ की परतों पर अभी तक अस्थिरता हो, जिसके कारण दोबारा हिमस्खलन होने की संभावना हो सकती है। वहीं, अगर आप किसी बर्फबारी वाले इलाके में घूमने जा रहे हैं तो वहां के मौसम की समय-समय पर जानकारी इकट्ठा करके रखें और पहाड़ी इलाकों पर पूरी तैयारी के साथ जाएं।