केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में अब नहीं चलेंगे 11,000 वाहन, चरणबद्ध होंगे नष्ट
गृह मंत्रालय केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPFs) में तैनात करीब 11,000 वाहनों को स्क्रैप करने जा रहा है। दरअसल, इन वाहनों का जीवनकाल 15 साल से अधिक हो चुका है। ऐसे में भारत सरकार की स्क्रैपेज नीति के तहत यह कदम उठाया जा रहा है। इसके साथ ही मंत्रालय ने राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासन से भी पुराने वाहनों को नई तकनीक और अधिक माइलेज देने वाले मॉडल्स से बदलने का भी आग्रह किया है।
CAPFs के पास हैं 1 लाख से अधिक वाहन
गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने सोमवार को कहा है कि मंत्रालय ने यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए हैं कि 15 साल से अधिक पुराने वाहनों को 'वाहन स्क्रैपिंग नीति' के अनुसार स्क्रैप किया जाए। मंत्रालय के एक अनुमान के मुताबिक, CAPF के पास कुल मिलाकर 1 लाख से अधिक वाहन हैं, जो देश के विभिन्न हिस्सों में कई कार्यों में तैनात हैं। CAPF में BSF, CRPF, CISF, ITBP, SSB, NSG और असम राइफल्स शामिल हैं।
क्या है व्हीकल स्क्रैपेज पॉलिसी?
2021 में पेश हुई स्क्रैपेज पॉलिसी के तहत 20 साल पुराने निजी वाहनों और 15 साल पुराने व्यावसायिक वाहनों को फिटनेस और प्रदूषण टेस्ट से होकर गुजरना होगा। विफल होने वाले वाहनों को स्क्रैप कर दिया जाएगा। साथ ही उन 15 साल से ज्यादा पुरानी कारों को अनरजिस्टर्ड और खत्म कर दिया जाएगा, जो विभिन्न सरकारी विभागों और सार्वजनिक उपक्रमों (PSUs) के स्वामित्व में हैं। यानी सरकारी विभागों में उपयोग होने वाले 15 साल पुराने वाहन भी स्क्रैप होंगे।