मुंबई आतंकी हमलों का साजिशकर्ता अब्दुल रहमान मक्की कौन था?
मुंबई हमले के कथित साजिशकर्ता आतंकी अब्दुल रहमान मक्की की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई है। मक्की पिछले कुछ दिनों से बीमार था और पाकिस्तान के लाहौर में एक अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था। मक्की आतंकी हाफिज सईद का रिश्तेदार और आतंकी संगठन जमात-उद-दावा का उपप्रमुख भी था। 26/11 मुंबई हमला और लाल किले पर हमले समेत कई आतंकवादी वारदातों में मक्की वांटेड आतंकवादी था।
कौन था मक्की?
मक्की का जन्म 1954 में पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के बहावलपुर में हुआ था। वो हाफिज सईद का करीबी और रिश्तेदार है। हाफिज सईद को सजा होने के बाद मक्की ने लश्कर और जमात-उद-दावा में कई अहम पदों को संभाला। वो लश्कर की प्रशासनिक इकाई शूरा का सदस्य और लश्कर के लिए पैसे जुटाने जैसे काम भी संभालता था। हाफिज सईद की तरह वो भी पश्तून टोपी पहनता था और अपने नाम के आगे हाफिज लगाता था।
मुंबई हमले के साजिशकर्ताओं में से था मक्की
मक्की 26/11 मुंबई आतंकी हमलों के पीछे मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक था। इन हमलों में 175 लोग मारे गए थे और 300 से अधिक घायल हुए थे। इन हमलों के बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने उसे आतंकवादी घोषित किया था। 2022 में भारत और अमेरिका ने उसे वैश्विक आतंकी घोषित करने का प्रस्ताव दिया, जिस पर चीन ने रोक लगा दी। जनवरी, 2023 में चीन की रोक हटाने के बाद मक्की को वैश्विक आतंकी घोषित किया गया।
अमेरिका ने रखा था 17 करोड़ रुपये का इनाम
अमेरिका ने मक्की पर करीब 17 करोड़ रुपये का इनाम रखा था। हालांकि, इसके बावजूद वो कई बार लाहौर और इस्लामाबाद की अदालतों में हाफिज सईद के वकीलों, जमात-उद-दावा के कार्यकर्ताओं और अन्य प्रशंसकों के साथ नजर आता रहा। सईद पर अमेरिका द्वारा घोषित इनाम को चुनौती देते हुए उसने 2014 में लाहौर हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी। याचिका में कहा गया था कि अमेरिकी इनाम भारत के इशारे पर दबाव बनाने की रणनीति थी।
भारत पर हुए इन हमलों में रहा शामिल
22 दिसंबर 2000 को लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों ने लाल किले में घुसकर गोलीबारी की थी। इसमें सेना के 2 जवान और एक शख्स की मौत हो गई थी। 1 जनवरी, 2005 को लश्कर आतंकियों ने रामपुर में हमला किया था, जिसमें 7 जवान और एक रिक्शा चालक की जान चली गई थी। इसके अलावा 12 फरवरी, 2018 को श्रीनगर, 30 मई, 2018 को बारामूला और 14 जून, 2018 को श्रीनगर में हुए हमले में मक्की का नाम सामने आया था।
2019 में हुआ था गिरफ्तार
वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (FATF) के दबाव में पाकिस्तान ने आतंकियों और उनके संगठनों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की। इसी कड़ी में 15 मई, 2019 को मक्की को गिरफ्तार किया गया और लाहौर में हाउस अरेस्ट किया गया। 2020 में टेरर फंडिंग से जुड़े मामले में भी मक्की को 9 साल की सजा सुनाई गई। हालांकि, सबूतों की कमी का हवाला देकर कुछ महीने बाद उसे इस मामले में बरी कर दिया गया।