दक्षिण कोरिया: कुत्ते का मांस खाने की सदियों पुरानी परंपरा होगी खत्म, विधेयक पारित
क्या है खबर?
दक्षिण कोरिया की संसद ने मंगलवार को एक ऐतिहासिक विधेयक पारित किया। इस विधेयक में देश में कुत्ते का मांस खाने पर रोक लगाई गई है और यहां अब मांस के लिए कुत्तों को पालना भी गैरकानूनी होगा।
इस विधेयक के लागू होने के बाद दक्षिण कोरिया में कुत्ते का मांस खाने की कई सदियों से चली आ रही विवादास्पद प्रथा खत्म होगी, जिसकी आलोचना होती रही है।
आइए जानते हैं कि विधेयक में क्या-क्या प्रावधान किए गए हैं।
प्रावधान
कुत्ते को खाने के लिए मारने पर होगी 3 साल की सजा
CNN की रिपोर्ट्स के अनुसार, दक्षिण कोरिया की सरकार 2027 तक देश में कुत्ते के मांस पर प्रतिबंध लगाने की योजना बना रही है।
विधेयक में कुत्ते के मांस से बने खाद्य उत्पादों के वितरण और बिक्री पर प्रतिबंध लगाया गया है। यहां मांस के लिए कुत्ते को मारने पर 3 साल तक की जेल की सजा और जुर्माना लगाया जा सकता है।
मतलब ये है कि अब मांस के लिए कुत्ते को मारना, पालना और बेचना सब प्रतिबंधित रहेगा।
तीन
मांस के व्यापार से जुड़े लोगों को दिया जाएगा समय
दक्षिण कोरियाई सरकार फार्म मालिकों, कुत्ते के मांस परोसने वाले रेस्तरां और मांस व्यापार से जुड़े लोगों को अपना व्यवसाय बंद करने या बदलने के लिए 3 साल का समय देगी।
इस अवधि में कोरियाई सरकार उन्हें अन्य व्यवसाय करने के लिए प्रोत्साहित करेगी।
आंकड़ों के अनुसार, देश में भोजन के उद्देश्य से लगभग 1,100 फार्म चल रहे हैं, जिनमें लगभग 5 लाख कुत्ते पाले जा रहे हैं। इसकी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आलोचना भी होती रही है।
विधेयक
सत्ता और विपक्ष दोनों ने किया विधेयक का समर्थन
खास बात ये है कि दक्षिण कोरिया में राष्ट्रव्यापी बहस के बाद कुत्ते के मांस पर प्रतिबंध लगाए जाने से जुड़े विधेयक का सत्तारूढ़ पीपुल्स पावर पार्टी और विपक्षी पार्टी दोनों के नेताओं ने समर्थन किया।
इस वजह से विधेयक संसद में 208 मतों के साथ सर्वसम्मति से पारित हो गया। विधेयक को अब अंतिम यानि कानूनी मंजूरी के लिए राष्ट्रपति यूं सुक येओल के पास जाएगा।
सर्वे
कुत्ते का मांस खाने वालों की घट रही है संख्या- सर्वे
अनुसंधान कंपनी गैलप कोरिया के 2022 के सर्वेक्षण के अनुसार, देश में 64 प्रतिशत लोग कुत्ते का मांस खाने के खिलाफ थे, जबकि 8 प्रतिशत लोग इसके समर्थन में थे।
आंकड़ों से पता चला कि घटती मांग के कारण 2005 और 2014 के बीच राजधानी सियोल में कुत्ते परोसने वाले रेस्तरां की संख्या में 40 प्रतिशत की गिरावट आई।
यहां विशेषकर युवा कुत्ते के मांस खाने से परहेज कर रहे हैं और खान-पान की इस परंपरा के विरोध में हैं।