दक्षिण कोरिया: 5 से 11 साल के बच्चों पर फाइजर वैक्सीन के इस्तेमाल की मंजूरी
क्या है खबर?
दक्षिण कोरिया ने बुधवार को अमेरिकी कंपनी फाइजर की कोविड वैक्सीन को पाचं साल से 11 साल तक के बच्चों पर इस्तेमाल की मंजूरी दे दी।
दक्षिण कोरिया अपने वैक्सीनेशन अभियान का विस्तार करने जा रहा है और फाइजर 5-11 साल के बच्चों पर इस्तेमाल की मंजूरी पाने वाली पहली वैक्सीन है।
देश के ड्रग और खाद्य सुरक्षा मंत्रालय ने कहा कि इस आयु वर्ग के बच्चों के वैक्सीनेशन की योजना का ऐलान मार्च में किया जाएगा।
बयान
60 से अधिक देशों में बच्चों पर हो रहा फाइजर वैक्सीन का इस्तेमाल
फाइजर वैक्सीन को मंजूरी देने के बाद मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि अमेरिका और यूरोपीय देशों समेत 60 से अधिक देशों में पहले से ही 5 से 11 साल के बच्चों पर फाइजर वैक्सीन का इस्तेमाल हो रहा है। उसने कहा कि वैक्सीन ओमिक्रॉन वेरिएंट की लहर के बीच छोटे बच्चों को कोविड संक्रमण और गंभीर बीमारी से बचाने का काम करेगी।
हालिया हफ्ते में बच्चों और किशारों में संक्रमण के मामलों में इजाफा देखने को मिला है।
जानकारी
दक्षिण कोरिया की 86.4 प्रतिशत आबादी को लगीं दोनों खुराकें
बता दें कि अभी दक्षिण कोरिया में 12 साल से अधिक उम्र के लोगों को कोविड वैक्सीन लगाई जा रही है। बुधवार तक देश के 5.1 करोड़ लोगों में से 86.4 प्रतिशत को दो खुराकें और लगभग 60 प्रतिशत को तीन खुराकें लग चुकी हैं।
महामारी
दक्षिण कोरिया में क्या है महामारी की स्थिति?
दक्षिण कोरिया अभी ओमिक्रॉन वेरिएंट के कारण कोरोना वायरस की बेहद भीषण लहर का सामना कर रहा है।
बुधवार को देश में 1,71,452 नए मामले सामने आए जो मध्य जनवरी में ओमिक्रॉन के आगमन से पहले आ रहे मामलों से 40 गुना अधिक हैं। बुधवार को देश में 99 मौतें भी हुईं जो 31 दिसंबर के बाद एक दिन में हुई सबसे अधिक मौतें हैं।
देश में 5.20 लाख मरीजों का घर पर ही इलाज किया जा रहा है।
संक्रमण
महामारी की शुरूआत में संक्रमण को काबू करने में कामयाब रहा था दक्षिण कोरिया
बता दें कि महामारी की शुरूआत में दक्षिण कोरिया ने संक्रमण को बेहद अच्छे से काबू किया था और इसके लिए वैश्विक स्तर पर उसकी तारीफ हुई थी।
हालांकि अधिकारियों की हल्की सी लापरवाही देश को भारी पड़ गई और दिसंबर, 2021 और जनवरी की शुरूआत में देश को डेल्टा वेरिएंट की बेहद घातक लहर का सामना करना पड़ा।
देश इस लहर से उबर ही रहा था कि ओमिक्रॉन वेरिएंट ने आकर स्वास्थ्य व्यवस्था पर फिर से बोझ बढ़ा दिया।
रणनीति में बदलाव
ओमिक्रॉन से लड़ने के लिए सरकार ने बदली अपनी रणनीति
ओमिक्रॉन वेरिएंट के भारी प्रसार के कारण दक्षिण कोरिया को महामारी के खिलाफ अपनी रणनीति में बदलाव करना पड़ा है। नई रणनीति के तहत वायरस को आबादी में फैलने दिया जा रहा है, लेकिन अधिक जोखिम वाले लोगों को बचाने के लिए स्वास्थ्य सेवाओं का ध्यान उन पर केंद्रित किया हुआ है।
अधिकारियों ने क्वारंटीन संबंधी पाबंदियों में भी ढील दी है और कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग को घटा दिया गया है। रैपिड एंटीजन टेस्ट पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है।