देशद्रोह के जुर्म में पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ को फांसी की सजा
क्या है खबर?
पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ को मौत की सजा सुनाई गई है। पेशावर हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश वकार अहमद सेठ की अध्यक्षता वाली स्पेशल कोर्ट ने मुशर्रफ को देशद्रोह के मामले में यह सजा सुनाई।
फिलहाल दुबई में रह रहे मुशर्रफ के खिलाफ यह मामला 2013 में शुुरू हुआ था। इससे पहले शनिवार को मुशर्रफ ने कोर्ट में याचिका दायर कर इस मामले को रोकने की अपील की थी।
जानकारी
मुशर्रफ ने मामले को बताया था निराधार
कुछ दिन पहले मुशर्रफ ने संदेश जारी कर कहा था कि उनके खिलाफ चल रहा देशद्रोह का मामला पूरी तरह निराधार है। उन्होंने कहा कि उन्होंने 10 साल तक देश की सेवा की और कई युद्ध लड़े हैं।
मामला
किस मामले में मुशर्रफ को सुनाई गई है मौत की सजा?
पाकिस्तान में आपातकाल लगाने के जुर्म में मुशर्रफ पर 2007 से केस चल रहा था। इलाहाबाद की स्पेशल कोर्ट ने 31 मार्च, 2014 को देशद्रोह के मामले में मुशर्रफ को आरोपी बनाया।
वह पाकिस्तान के पहले ऐसे शख्स हैं, जिनके खिलाफ संविधान की अवहेलना का केस चला था।
2013 में पाकिस्तान मुस्लि लीग (नवाज) की सरकार बनने के बाद मुशर्रफ के खिलाफ यह केस दायर किया गया था। मुशर्रफ छह साल में केवल एक बार इस कोर्ट में आए थे।
फैसला
28 नवंबर को आना था फैसला
इस मामले में पिछले महीने फैसला सुनाया जाना था, लेकिन मुशर्रफ और पाकिस्तान सरकार की ओर से दाखिल याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने स्पेशल कोर्ट को 28 नवंबर को फैसला सुनाने से रोक दिया था।
इसके बाद स्पेशल कोर्ट की तीन जजों की बेंच ने बयान जारी कर जानकारी दी थी कि फैसला 17 दिसंबर को सुनाया जाएगा।
आज आए फैसले में कोर्ट में मुशर्रफ को मौत की सजा सुनाई है।
इलाज
बीमारी के कारण पाकिस्तान नहीं आ सके थे मुशर्रफ
स्पेशल कोर्ट ने इस मामले में बयान दर्ज कराने के लिए 5 दिसंबर को पेश होने को कहा था। इसके बाद मुशर्रफ ने एक संदेश जारी करते हुए कहा था कि वह बीमार हैं और पाकिस्तान आकर बयान दर्ज नहीं करा सकते।
गौरतलब है कि कोर्ट और गृह मंत्रालय से मंजूरी मिलने के बाद मुशर्रफ इलाज के लिए दुबई गए थे। मुशर्रफ दुर्लभ किस्म की बीमारी अमिलॉइडोसिस से पीड़ित हैं, जिसमें प्रोटीन शरीर के अंगों में जमा होने लगता है।
कौन है परवेज मुशर्रफ
दिल्ली में हुआ था मुशर्रफ का जन्म
परवेज मुशर्रफ का जन्म 11 अगस्त, 1943 को दिल्ली के दरियागंज में हुआ था। आजादी के समय उनका परिवार पाकिस्तान चला गया था। मुशर्रफ 1961 में पाकिस्तानी सेना में शामिल हुए। 1965 के युद्ध में वीरता के लिए उन्हें पुरस्कार भी मिला था।
अक्तूबर 1998 में मुशर्रफ पाकिस्तानी सेना के प्रमुख बने और अगले ही साल उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को पद से हटाकर सत्ता हथिया ली। 2002 के आम चुनावों में उन्होंने जीत हासिल की।