
भारत की कार्रवाई के बाद पाकिस्तान का जवाबी कदम, द्विपक्षीय व्यापार सहित हवाई क्षेत्र किया बंद
क्या है खबर?
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा की गई 26 पर्यटकों की हत्या के बाद भारत सरकार पाकिस्तान के खिलाफ लगातार सख्त कदम उठा रही है।
इसमें सिंधु जल समझौता रद्द करने, वीजा रद्द करने और अटारी स्थित वाघा बॉर्डर बंद करने सहित कई सख्त निर्णय किए हैं।
इस बीच अब पाकिस्तान ने भी जवाबी कदम उठाते हुए भारत के साथ द्विपक्षीय व्यापार निलंबित करने के साथ भारतीय एयरलाइंस के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया है।
कदम
पाकिस्तान ने ये कदम भी उठाए
रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान ने भारत के साथ सभी द्विपक्षीय व्यापार के अलावा पाकिस्तान के रास्ते तीसरे देश से होने वाले व्यापार पर भी रोक लगा दी है।
इसी तरह, सभी भारतीय एयरलाइंस के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद करने, भारत जाने के सभी स्थल मार्ग (अंतरराष्ट्रीय सीमा) बंद करने के फैसले के साथ शिमला समझौते सहित सभी द्विपक्षीय समझौते स्थगित करने की धमकी दी है।
इससे पूर्ण पैमाने पर कूटनीतिक और रसद संबंधी रोक की प्रक्रिया शुरू हो गई।
वीजा
पाकिस्तान ने भी रद्द किए भारतीयों को जारी वीजा
भारत की तरह ही पाकिस्तान ने भी भारतीय नागरिकों को जारी किए गए सभी वीजा रद्द कर दिए हैं। इसमें सार्क वीजा छूट योजना (SVES) के तहत जारी वीजा भी शामिल है।
पाकिस्तानी PMO ने कहा, "जो लोग वैध वीजा के साथ सीमा पार कर गए हैं, वे तुरंत उस मार्ग से लौट सकते हैं, लेकिन 30 अप्रैल के बाद नहीं। इसी तरह SVES वीजा प्राप्त भारतीय नागरिकों को अगले 48 घंटों में पाकिस्तान छोड़ने के लिए कहा गया है।"
बैठक
पाकिस्तान ने NSC की बैठक में लिया निर्णय
भारत की कार्रवाई के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की अध्यक्षता में राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (NSC) की अहम बैठक बुलाई गई थी, जिसमें प्रमुख मंत्रियों के साथ तीनों सेनाओं के प्रमुख भी शामिल हुए थे।
इसी बैठक में भारत की ओर से उठाए गए कदमों की समीक्षा की गई और फिर जवाब में भारत के साथ सभी द्विपक्षीय व्यापार बंद करने और सुरक्षा की दृष्टि से भारतीय एयरलाइंसों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद करने का निर्णय किया गया।
चेतावनी
"पानी रोकने का कोई भी प्रयास युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा"
पाकिस्तान की NSC ने बैठक के बाद कहा, "सिंधु जल संधि के तहत नदी के पानी को रोकने या उसके रुख को मोड़ने के भारत के किसी भी प्रयास को युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा।"
पाकिस्तान ने 1960 के समझौते को अपने 24 करोड़ नागरिकों के लिए जीवन रेखा बताते हुए दावा किया कि संधि को एकतरफा रूप से स्थगित नहीं किया जा सकता है। अगर, भारत ऐसा करता है तो पूरी ताकत से जवाबी कार्रवाई की जाएगी।
कदम
भारत ने क्या-क्या कदम उठाए हैं?
पहलगाम हमले के बाद हुई सुरक्षा कैबिनेट की एक विशेष बैठक में सिंधु जल संधि को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने, नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग के रक्षा सलाहकारों को अवांछित घोषित कर उन्हें देश छोड़ने का आदेश देने और इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग में अपने कर्मचारियों की संख्या 55 से घटाकर 30 करने का निर्णय लिया है।
इसी तरह पाकिस्तानी नागरिकों को जारी सभी वीजा रद्द करने और वाघा सीमा को बंद करने का भी फैसला किया है।